‘चुनावी संग्राम’ के बीच यूपी में कहर बरपा सकता है कोरोना का नया वैरिएंट, IIT Kanpur के प्रोफेसर का दावा
coronavirus third wave in up: आईआईटी के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एक दावा किया है. अग्रवाल ने कहा कि यूपी सहित पूरे देश में जनवरी से फरवरी के बीच तीसरी लहर आ सकती है,
यूपी में चुनावी संग्राम के बीच कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन कहर बरपा सकती है. दरअसल, आईआईटी कानपुर के एक प्रोफेसर ने भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर बड़ा दावा किया है. बता दें कि साउथ अफ्रीका सहित कई देशों में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट कोहराम मचा रहा है.
जानकारी के मुताबिक आईआईटी के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने गणितीय मॉडल सूत्र के आधार पर कोरोना की तीसरी लहर को लेकर एक दावा किया है. कंप्यूटर साइंस इंजीनियर भाग के फैकल्टी मणीन्द्र अग्रवाल ने मॉडल के जरिए इससे पहले पहली व दूसरी लहर की भयावहता का पूर्वानुमान लगाया था.
उन्होंने बताया कि ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विश्लेषण किया है. उनका कहना है कि नए वैरिएंट से फैला संक्रमण काफी हल्का है. इससे ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है . अग्रवाल ने आगे बताया कि फरवरी में जब तीसरी लहर पीक पर होगी, उस समय रोजाना एक से डेढ़ लाख के बीच लोग संक्रमित हो सकते हैं.
प्रोफेसर अग्रवाल ने कहा कि ये वैरिएंट नेचुरल इम्यूनिटी को ज्यादा बाईपास नहीं कर रहा है. नेचुरल इम्यूनिटी का मतलब जिन लोगों को एक बार कोरोना हो चुका है. उनको घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने सुझाव दिया कि डेल्टा वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए हल्का लॉक डाउन (रात्रि कर्फ्यू) लगाया गया था, उसी तरह हल्के लॉकडाउन की आवश्यकता है.
बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में 403 सीटों पर साल 2022 के शुरुआती महीने में चुनाव होना है. आयोग की ओर से इसको लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है. यूपी में वर्तमान सरकार का कार्यकाल मई तक है.
इनपुट : आयुष तिवारी