कोलकाता : पश्चिम बंगाल (West Bengal) में आगामी निकाय चुनावों (Municipal Elections) को लेकर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं, क्योंकि राजनीतिक दलों और राज्य निर्वाचन आयोग ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे के मद्देनजर अभी तक यह फैसला नहीं लिया है कि चुनाव निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कराया जाये या कुछ हफ्तों के लिए टाल दिये जायें.
राज्य निर्वाचन आयोग (State Election Commission) ने अभी तक चुनावों पर कोई आधिकारिक अधिसूचना या घोषणा नहीं की है. आधिकारिक सूत्रों ने दावा किया कि राज्य सरकार 12 और 26 अप्रैल के बीच चुनाव कराना चाहती है. उन्होंने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग की 16 मार्च (16 March 2020) को होने वाली सर्वदलीय बैठक (All Party Meeting) में इस संबंध में फैसला लिया जा सकता है.
आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘चुनाव अप्रैल-मई (April-May) में होंगे, जिसकी संभावना कम लगती है या फिर इन्हें टाल दिया जायेगा.’ विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (Bharatiya Janata Party) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (Communist Party of India Marxist) को लगता है कि कोलकाता नगर निगम (Kolkata Municipal Corporation) और 107 नगरपालिकाओं (Municipalities) के चुनाव लंबे समय से अटके हुए हैं तथा इस प्रक्रिया में और देरी नहीं होनी चाहिए.
पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए एहतियाती कदम के तौर पर 16 से 31 मार्च तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की शनिवार को घोषणा की. हालांकि, बोर्ड परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होंगी.