Coronavirus Update News: झारखंड में कोरोना का रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार (5 जनवरी, 2022) को शाम 7 बजे तक के आंकड़े के अनुसार, रांची में कोरोना के 245 नये मामले सामने आये हैं. वहीं, कोडरमा में 112 और लोहरदगा में 40 नये कोरोना संक्रमित मिले हैं.
कोडरमा जिले में कोरोना का रफ्तार तेजी से बढ़ रहा है. आलम यह है कि पिछले 15 दिनों से जहां हर दिन दहाई अंकों में कोरोना मरीजों की पहचान हो रही थी, वहीं पिछले दो दिनों से तीन अंकों में कोरोना मरीज मिल रहे हैं. मंगलवार को 152 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे, तो वहीं 24 घंटे के अंदर जिले में कोरोना के 112 नये मरीजों की पहचान हुई है. इसके साथ ही जिले में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 571 हो गयी है. हालांकि, राहत की बात है कि बुधवार को 65 लोगों ने कोरोना को मात दिया और स्वस्थ हुए. इसमें होम आइसोलेशन में रह रहे 63 और डीसीएचसी में भर्ती 2 लोग शामिल हैं.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, सदर अस्पताल में हुई जांच में ट्रू नेट से 22 लोग पॉजिटिव मिले, वहीं आरटीपीसीआर से हुई जांच में 82 व रैपिड एंटीजेन टेस्ट किट से आठ कुल 112 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई. मालूम हो कि आज से एक माह पूर्व 5 दिसंबर को इस सीजन में कोविड का पहला केस मिला था. कन्या मध्य विद्यालय की एक छात्रा कोरोना पॉजिटिव हुई थी. मात्र एक महीना में जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर 600 से पार हो गई है. हालांकि, इस दौरान मरीज स्वस्थ भी हुए. फिलहाल जिले में सक्रिय केस की संख्या 571 है.
इधर, जिले में 15 से 18 वर्ष आयु वाले किशोरों के लिए चल रहे कोविड टीकाकरण अभियान में टीनएजर्स बड़ी संख्या में शामिल हो रहे हैं. अभियान के तीसरे दिन विभिन्न सेंटरों में 500 किशोरों ने कोवैक्सिन का पहला डोज लिया. विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा टीकाकरण सीएचसी कोडरमा में हुआ. यहां बुधवार को 15 प्लस के 231 बच्चों ने टीका लिया. वहीं सीएचसी जयनगर में 60, सीएचसी सतगांवा में 110, सीएचसी मरकच्चो में 23 व सदर अस्पताल में बनाये गए वैक्सिनेशन सेंटर में 76 टीनएजर्स से कोविड का पहला टीका लिया.
कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार हो रहे इजाफे के बीच इस पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने मिनी लॉकडाउन भले ही लगा दिया है, पर बाजार में भीड़ कम होने का सिलसिला थम नहीं रहा है. यह अलग बात है कि गाइडलाइन के तहत रात 8 बजते ही अधिकतर दुकानों के शटर गिरने लगे हैं. आलम यह है कि रात के साढ़े आठ बजे तक शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसर रहा है.
अब रात में शहर में नाइट कर्फ्यू जैसा नजारा दिखने लगा है. इसी दौरान तिलैया थाना की पेट्रोलिंग गाड़ी सहित पैंथर के जवान साइरन बजाकर दुकान बंद कराने निकले, तो वे रेस्टोरेंट को भी बंद करने का हुक्म देते नजर आये. पुलिस के डर से कुछ रेस्टोरेंट के शटर भी समय से पहले गिर गये. हालांकि, कुछ ने इसका विरोध जताया.
इधर, सरकार और प्रशासन की ओर से कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करने को लेकर जारी की जा रही अपील के बावजूद कई लोग सुधर नहीं रहे हैं. अपील का असर शहर के मुख्य बाजार में नहीं के बराबर दिख रहा है. झंडा चौक, हटिया गली, स्टेशन रोड, रांची पटना रोड, राजगढ़िया रोड व डॉक्टर गली में लोगों की भीड़ बिना मास्क के उमड़ रही है. गाइडलाइन का पालन कराने को लेकर प्रशासनिक सख्ती भी नहीं दिख रही है. बीते दिनों जिले में डेढ़ सौ से अधिक की संख्या में कोरोना संक्रमित की पहचान होने के बावजूद लोगों के साथ ही प्रशासन की इस तरह की लापरवाही से कोरोना के तीसरे लहर के खतरे स इनकार नहीं किया जा सकता.
शिला रानी हॉस्पिटल एवं बांझपन केंद्र, झुमरीतिलैया की डॉ अलंकृता मंडल सिन्हा ने कहा कि जिले में जिस प्रकार कोरोना संक्रमितों की पहचान हो रही है. यह काफी गंभीर है. कुछ माह पहले जिस प्रकार कोरोना की दूसरे लहर ने परेशानी बढ़ाई थी उसे देखते हुए भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. बेवजह घर से बाहर निकलने से बचें. वैक्सीन की दोनों डोज अवश्य लें. कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन कर ही कोरोना से बचाव संभव है.
Posted By: Samir Ranjan.