पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्तियों के घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल विधायक माणिक भट्टाचार्य ( Manik Bhattacharya ) को 14 दिन की ईडी हिरासत के बाद आज बैंकशाल कोर्ट (Bankshall Court) के पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया, जहां माणिक भट्टाचार्य के वकीलों की ओर से जमानत की याचिका दायर की गई थी. कोर्ट ने याचिका को खारिज करते हुए माणिक को 28 अक्तूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि ईडी की ओर से माणिक की जमानत याचिका का पुरजोर विरोध किया गया. ईडी की मानें तो माणिक भट्टाचार्य के खिलाफ कई अहम तथ्य मिले है ऐसे में ईडी आगे भी माणिक से पूछताछ करना चाहती है. ईडी का मानना है कि माणिक भट्टाचार्य की एक बार फिर ईडी हिरासत की अवधि को बढ़ाया जाना चाहिए .
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ईडी (ED) से मिली जानकारी के अनुसार 14 दिन की ईडी हिरासत में माणिक भट्टाचार्य से पूछताछ के दौरान कई सारे तथ्य समाने आये है .ईडी की मानें तो 2016 के मृत मृत्युंजय चक्रवर्ती और माणिक की पत्नी का संयुक्त अकाउंट होने का तथ्य सामने आया है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग 3 कराेड़ से अधिक रुपये उनके अकाउंट में होने का तथ्य सामने आया है. ऐसे में ईडी इस ज्वाइंट अकाउंट को लेकर भी तलाश शुरु कर दी है.
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तृणमूल विधायक माणिक भट्टाचार्य के बेटे शौभिक भट्टाचार्य के अकाउंट से 2 करोड़ 64 लाख रुपये कहां से आये इन तथ्यों की भी जांच करेगी ईडी. इसके साथ ही माणिक भट्टाचार्य के घर से लगभग 4000 से अधिक अभ्यार्थियों के शिक्षक भर्ती मामले से जुड़े दस्तावेज मिले है जिनमें से लगभग 2500 से अधिक लोगों को नौकरियां भी मिल चुकी है ऐसे में इन मुद्दों पर भी ईडी की ओर से जांच की जाएगी. गौरतलब है कि ईडी माणिक भट्टाचार्य से जुड़े सभी तथ्यों को लेकर जांच में जुट गई है. माणिक के करीबी लोगों पर भी ईडी शिकंजा कसने को तैयार है.
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