अलीगढ़: परिवार ने ब्वॉयफ्रेंड से मोबाइल पर बात करने से रोका, नाराज चचेरी बहनों ने किया सुसाइड
अलीगढ़ में लड़की के दादा ने लड़कियों के पास मोबाइल होना पाया था, जिसके जरिए वे अपने ब्वॉयफ्रेंड से बात करती थी. वही मना किए जाने पर क्षुब्ध दोनों बहने अपने कमरे को अंदर से बंद कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
Aligarh: दोस्तों से मोबाइल पर बात करने से मना करने पर चचेरी बहनों ने फांसी लगाकर जान दे दी. दरअसल लड़की के दादा ने लड़कियों के पास मोबाइल होना पाया था और मोबाइल के जरिए ही लड़कियां अपने ब्वॉयफ्रेंड से बात करती थी. वही मना किए जाने पर दोनों क्षुब्ध हो गई और रविवार को अपना कमरा अंदर से बंद कर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह घटना थाना बरला के फजलपुर इलाके की है. घटना को लेकर परिवारिजनों ने ब्वॉयफ्रेंड पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने और उकसाने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
खुशबू के पास मिला मोबाइल
बरला इलाके के फजलपुर में रहने वाले नत्थू सिंह के साथ उनकी नतिनी भी रहती थी. जिनका नाम शालिनी और खुशबू था. दोनों चचेरी बहनें साथ में रहती थी. खुशबू के माता-पिता बाहर रहकर नौकरी करते हैं. खुशबू दादा दादी और चाचा चाची के पास रहती थी. बताया जा रहा है कि दादा को लड़कियों के पास से मोबाइल मिला था. जिसके जरिए दोनों किन्ही लड़कों से बात करती थी. इसी बात पर दादा ने डांट लगाई थी.
वही जब दादा खेत से काम कर घर वापस आए और पानी मांगा, तो शालिनी और खुशबू कोई नहीं आया. जब घर के अंदर गये तो कवाड़ अंदर से बंद थी. दरवाजा तोड़कर खोला गया तो दोनों बहनों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
मोबाइल पर बात करने से किया मना
दादा नत्थू सिंह ने बताया कि मोबाइल की जांच से सही घटना के बारे में पता चल सकेगा, शालिनी के पिता पुष्पेंद्र ने बताया कि पिताजी को खुशबू के पास से मोबाइल मिला था. जिसके बाद ही घटना हुई है. घटना को लेकर एसपी ग्रामीण पलाश बंसल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि दो बहनों ने अपने घर के अंदर सिटकनी लगाकर आत्महत्या कर ली.
सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए. उन्होंने बताया कि परिवार जनों द्वारा मोबाइल ले लेने और किसी से बात करने के लिए मना करने पर दोनों बहने क्षुब्ध हो गई और कमरे में सिटकनी बंद कर फांसी लगा ली. वहीं परिजनों ने अज्ञात व्यक्ति, जिससे मोबाइल के जरिए बात होती थी. उस पर आत्महत्या के लिए प्रेरित और उकसाने के आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है. उन्होंने बताया कि घटना क्रम जानने के लिए फील्ड यूनिट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सर्विलेंस रिपोर्ट के आधार पर करवाई प्रचलित है .