क्वॉरेंटिन सेंटर से फरार हंगरी का पर्यटक हाईटेक साइकिल से जा रहा था दार्जिलिंग, दरभंगा में गिरफ्तार
बिहार में दरभंगा जिले के सिमरी थाना क्षेत्र के कंसी के समीप फोरलेन पर पुलिस ने रविवार को हाईटेक साइकिल पर सवार होकर घूम रहे एक विदेशी युवक को पकड़ा है. गिरफ्तार विदेशी युवक को छपरा सीआईडी टीम के हवाले कर दिया गया. युवक की पहचान यूरोप के हंगरी शहर निवासी जोलटान जीचो के पुत्र विक्टर जीचो के रूप में की गयी है.
दरभंगा : बिहार में दरभंगा जिले के सिमरी थाना क्षेत्र के कंसी के समीप फोरलेन पर पुलिस ने रविवार को हाईटेक साइकिल पर सवार होकर घूम रहे एक विदेशी युवक को पकड़ा है. गिरफ्तार विदेशी युवक को छपरा सीआईडी टीम के हवाले कर दिया गया. युवक की पहचान यूरोप के हंगरी शहर निवासी जोलटान जीचो के पुत्र विक्टर जीचो के रूप में की गयी है.
हाईटेक साइकिल से दार्जिलिंग जा रहा था विदेशी युवक
बताया जाता है कि वह अपनी विदेशी साइकिल से दार्जिलिंग जा रहा था. इसी कड़ी में जैसे ही वह मुजफ्फरपुर-दरभंगा फोरलेन पर कंसी के निकट पहुंचा. ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी. विदेशी नागरिक होने की सूचना मिलते ही सिमरी पुलिस ने फोरलेन पर ही उसे गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद इस बात की जानकारी सीआईडी को दी गयी. बाद में उसे छपरा की सीआइडी टीम के हवाले कर दिया गया.
हाईटेक साइकिल देखने के लिए लोगों की उमड़ी भीड़
विदेशी युवक की हाईटेक साइकिल देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. लोगों ने बताया की इस तरह की आधुनिक साइकिल पहली बार देख रहे हैं. बताया जाता है की युवक भारत घूमने के लिए यहां आया था. उसे दार्जिलिंग जाना था. लेकिन, लाॅकडाउन के कारण वह यहां फंस गया. वह मोटर चलित साइकिल से ही जगह जगह-जगह घुम रहा था. उसके छपरा क्वाॅरेंटिन सेंटर से फरार होने की भी चर्चा जोरों पर थी.
छपरा : क्वॉरेंटिन सेंटर से हुआ था फरार
छपरा जिले के सदर अस्पताल में पिछले लगभग दो महीने से क्वॉरेंटिन में रह रहे विदेशी सैलानी विक्टर जीचो बिना किसी अधिकारी को सूचना दिये अस्पताल से फरार हो गया था. बताते चलें कि हंगरी मूल के विदेशी नागरिक भारत भ्रमण के लिए आया हुआ था. तभी पूरे देश में लॉकडाउन लागू हो गया. इसके बाद उसे रिवीलगंज थाना क्षेत्र से पुलिस बल द्वारा सदर अस्पताल लाया गया. यहां उच्च अधिकारियों के आदेश पर उसे क्वॉरेंटिन कर दिया गया.
क्वॉरेंटिन सेंटर में रहने की दी गयी थी सलाह
हालांकि, इस बीच उसके साथ विभिन्न तरह की घटनाएं हुई. उसे काफी दिनों तक क्वॉरेंटिन सेंटर में रखा गया. उसकी जांच करायी गयी. उसकी जांच नेगेटिव पायी गयी, जिसके बाद वह सिविल सर्जन से भी अपने जाने की बात कही, तो उसे पुनः क्वॉरेंटिन में रहने की सलाह भी दी गयी थी. इसी बीच वह बिना किसी को सूचना दिये ही फरार हो गया.
बताते चलें कि क्वॉरेंटिन सेंटर में उसके कमरे के आस-पास सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहते हैं. इसके बाद भी कभी चोर तो कभी आम व्यक्ति बड़े आराम से आते-जाते रह रहे हैं. इतने आराम से किसी व्यक्ति का क्वॉरेंटिन सेंटर से भाग जाना कहीं ना कहीं अस्पताल प्रशासन पर सवालिया निशान खड़ा करता है. (इनपुट : दरभंगा से शिवेंद्र कुमार शर्मा और छपरा से ठाकुर संग्राम सिंह)
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