कोलकाता : पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस से संक्रमित 4 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है, जबकि 26 लोग इससे संक्रमित पाये गये हैं. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद लोगों को समझा रही हैं कि संकट की इस घड़ी में सोशल डिस्टेंसिंग कैसे बनाये रखें. उन्होंने कोविड-19 से लड़ाई में निजी बचत से 10 लाख रुपये दान किये.
कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित एक व्यक्ति की मंगलवार को मौत हो गयी, जिसके बाद पश्चिम बंगाल में इस घातक वायरस के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गयी है. व्यक्ति की पहचान अभी उजागर नहीं की गयी है.
उसकी नील रतन सरकार मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मौत हुई. पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 28 मामले सामने आए हैं जिनमें चार लोगों की मौत हो गयी है. इस बीच, ममता बनर्जी लोगों को भौतिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) बनाये रखने का तरीका खुद सिखा रही हैं.
ममदा दी पिछले कई दिनों से बाजारों में जाकर लोगों को एक-दूसरे से भौतिक दूरी बनाये रखने का तरीका समझा रही हैं. वह बाजार पहुंचती हैं और ईंट-पत्थर का कोई टुकड़ा उठाकर अपने इर्द-गिर्द एक गोला खींच लेती हैं. बनर्जी एक के बाद एक गोला खींचकर लोगों को समझाती हैं कि कोरोना वायरस के चलते इस तरह एक-दूसरे से भौतिक दूरी बनाकर रखी जा सकती है.
ऐसा ही एक दृश्य पोस्ता बाजार में देखने को मिला. कोई उनकी बात का बुरा नहीं मानता और वे चुपचाप गोलों में आकर खड़े हो जाते हैं. कई लोग एक डिपार्टमेंटल स्टोर के बाहर खुद ही गोले खींचने लगे और उनमें खड़े होकर आवश्यक सामान खरीदने के लिए धैर्य के साथ अपनी बारी का इंतजार करने लगे.
ममता बनर्जी ने अपने हाथ पर लगी धूल को अपनी सफेद साड़ी से पोंछा और अस्पतालों का निरीक्षण करने के लिए अपनी कार की तरफ बढ़ गयीं. मुख्यमंत्री स्थिति की समीक्षा करने और सम्मेलनों को संबोधित करने के साथ ही पिछले तीन सप्ताह से नियमित तौर पर लोगों को भौतिक दूरी बनाये रखने के तरीके समझाने का काम कर रही हैं.
पश्चिम बंगाल में अब तक कोराना वायरस के 26 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से चार लोगों की मौत हो चुकी है. तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का मतलब है ममता बनर्जी. हालांकि, सभी राजनीतिक दल पार्टी लाइन से ऊपर उठकर महामारी से मिलकर लड़ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि यह केंद्र और सभी राज्य सरकारों के लिए मानवता की भावना के साथ अपना प्रशासनिक कौशल दिखाने का अवसर है. उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि इस मामले में दीदी (बनर्जी) अन्य लोगों से कहीं आगे हैं.’ कोरोना वायरस से लड़ने में बनर्जी की तारीफ उनके धुर विरोधी भी कर रहे हैं.
माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्रा ने माना कि राज्य सरकार कोरोना वायरस से निबटने के लिए अच्छा काम कर रही है और उनकी पार्टी सरकार के साथ खड़ी है.
ममता बनर्जी ने कोविड-19 से लड़ाई में सहयोग हेतु मंगलवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष और राज्य आपातकालीन राहत कोष में पांच-पांच लाख रुपये दान किया. बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि यह योगदान उनकी व्यक्तिगत बचत से किया गया है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैं एक विधायक या मुख्यमंत्री के रूप में कोई वेतन नहीं लेती हूं और सात बार सांसद होने के बावजूद मैंने अपनी सांसद पेंशन को छोड़ दी है. मैं सीमित साधनों में जीती हूं. मेरी आय का प्राथमिक स्रोत मेरे संगीत और पुस्तकों से मिलने वाली रॉयल्टी है.’
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘मेरे सीमित संसाधनों में से मैं प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में पांच लाख रुपये और पश्चिम बंगाल राज्य आपातकालीन राहत कोष में पांच लाख रुपये का योगदान दे रही हूं, ताकि कोविड-19 से लड़ने में हमारे देश के प्रयासों का समर्थन किया जा सके.’
पश्चिम बंगाल में अब तक कोविड-19 के 27 मामले दर्ज किये गये हैं. उनमें से तीन व्यक्तियों ने गंभीर सांस की बीमारी के कारण दम तोड़ दिया.