Jharkhand Naxal News : झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र कराईकेला थाना के विभिन्न क्षेत्रों में पुलिस ने माओवादियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया. बंदगांव प्रखंड के कराईकेला, टेबो तथा बंदगांव थाना क्षेत्र में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा 28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सली स्मृति सप्ताह मनाया जा रहा है. इसको लेकर कराईकेला थाना क्षेत्र में कराईकेला प्रभारी थाना प्रभारी सुशील कुमार पाठक के नेतृत्व में पुलिस बल द्वारा नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि गांव में कुछ भी घटना घटती है या कोई बाहरी व्यक्ति संदिग्ध दिखता है तो अविलंब पुलिस को खबर करें.
ग्रामीणों से पुलिस की अपील
नक्सलियों की हर योजना को विफल करने के लिए पुलिस जगह-जगह कैंप लगाकर क्षेत्र भ्रमण कर रही है. नकटी पंचायत तथा हुडंगदा हुडंगदा पंचायत में सीआरपीएफ बटालियन के जवान तैनात हैं. नकटी, हुडंगदा , भालुपानी एवं ओटार पंचायत के अधिकांश भाग जंगल एवं जंगलों के आस पास हैं. जिस कारण पुलिस रात्रि को भी क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चला रही है. जगह-जगह संदिग्ध व्यक्तियों से भी पूछताछ एवं जानकारी ली जा रही है. पुलिस नक्सलियों के हर मंसूबे को नाकाम करने में जोर-शोर से जुटी हुई है. पुलिस का दल जंगल एवं जंगल के आसपास, संदिग्ध ठिकानों पर भी पुलिस अपना अभियान चला रही है. पैदल, मोटरसाइकिल एवं चार पहिया से पुलिस के जवान हर क्षेत्र में घूम-घूम कर ग्रामीणों को नक्सलियों से भयभीत नहीं होने का अपील भी कर रहे हैं. पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि गांव में कुछ भी घटना घटती है या कोई बाहरी व्यक्ति संदिग्ध दिखता है तो अविलंब पुलिस को खबर करें.
3 अगस्त तक नक्सली स्मृति सप्ताह
आपको बता दें कि बंदगांव प्रखंड नक्सलियों का गढ़ माना जाता है. यहां नक्सली आसानी से किसी भी घटना को अंजाम देकर जंगलों की ओर चले जाते हैं. बंदगांव प्रखंड तीन जिला पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, सरायकेला खरसावां जिला के बॉर्डर में है. जिस कारण नक्सलियों का बंदगांव प्रखंड सेफ जॉन माना जाता है. कुछ दिन पूर्व ही बंदगांव, कराईकेला थाना क्षेत्र में माओवादी संगठन द्वारा स्मृति सप्ताह को लेकर जगह-जगह बैनर व पोस्टरबाजी की गयी थी. माओवादी संगठन ने बैनर और पोस्टर में 28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सली स्मृति सप्ताह पूरे उत्साह से मनाने, नक्सली नेता चारू मजूमदार और कन्हाई चटर्जी को शत-शत नमन, तमाम शहीदों के अरमानों को पूरा करने, शहीदों के बलिदान को ऊंचा उठाने, क्रांतिकारी संघर्षशील एरिया में भारतीय सेना को उतारने का विरोध, फासीवादी भाजपा की केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने जैसी बातें नक्सली पोस्टर में लिखी गई थीं.
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रिपोर्ट : अनिल तिवारी, बंदगांव, पश्चिमी सिंहभूम