खोयी जमीन पाने का माकपा का नया मॉडल, सोशल मीडिया पर Viral Video- टुम्पा, तोके निये ब्रिगेड जाबो
ब्रिगेड रैली की घोषणा शहर-शहर और गांव-गांव में फैल गयी है. लंबे समय से बंगाल की राजनीति में वाम मोर्चा अप्रासंगिक है. पिछले दिनों माकपा ने दावा किया कि उसका वजूद बंगाल में खत्म नहीं हुआ है. अपने अस्तित्व के बारे में बंगाल को बताने के लिए, बंगाल की चेतना को जगाने के लिए ही पार्टी ने 28 फरवरी को ब्रिगेड में रैली का आह्वान किया है.
पानागढ़ (मुकेश तिवारी) : राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की तरह मीडिया में भले न छाये हों, लेकिन सीपीएम नेता भी एक बार फिर ब्रिगेड रैली को लेकर शहर से गांव तक फैल गये हैं. एक बार फिर संगठन को नयी धार देने के लिए ब्रिगेड को हथियार बनाया है.
ब्रिगेड रैली की घोषणा शहर-शहर और गांव-गांव में फैल गयी है. लंबे समय से बंगाल की राजनीति में वाम मोर्चा अप्रासंगिक है. पिछले दिनों माकपा ने दावा किया कि उसका वजूद बंगाल में खत्म नहीं हुआ है. अपने अस्तित्व के बारे में बंगाल को बताने के लिए, बंगाल की चेतना को जगाने के लिए ही पार्टी ने 28 फरवरी को ब्रिगेड में रैली का आह्वान किया है.
कहा जा रहा है कि 28 फरवरी की ब्रिगेड रैली के बाद वाम राजनीति के सबसे बड़े दुश्मन भी शायद यह मानने लगें कि वाम मोर्चा की ताकत अभी बाकी है. इस रैली के बाद शायद वामपंथी जाग जायें. यही वजह है कि अपनी विचारधारा की लड़ाई को जीवंत कर रहे हैं. अतीत की थाती को संभालने में लग गये हैं.
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नयी तकनीक से कदमताल कर रही माकपा
ब्रिगेड से पहले बंगाल की खोयी जमीन वापस पाने के लिए वामपंथी भी नयी तकनीक (मॉडल) से लैस हो रहे हैं. टीएमसी और बीजेपी से मुकाबले के लिए ऑडियो-वीडियो एवं वर्चुअल गीतों की पैरोडी बनाकर प्रचार कर रहे हैं. गांव से शहर तक ब्रिगेड की जनसभा के बारे में जबर्दस्त प्रचार चल रहा है.
इस बीच, वीडियो, नाटक, लघु फिल्मों आदि के जरिये लोगों तक पहुंचने की कोशिश हो रही है. कभी गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटक के जरिये वामदल मतदाताओं को लुभाते थे. अब इनका भी प्रचार अभियान फैंसी हो गया है. इनका ‘टुम्पा सोना’ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है.
इसमें एक शख्स अपनी महिला मित्र टुम्पा से कहता है कि वह उसको लेकर ब्रिगेड जायेगा. इसमें पिछले चुनावों में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को वोट देने के नुकसान के बारे में बताया गया है, तो पीएम मोदी की नीतियों की भी आलोचना की गयी है.
सोशल मीडिया पर वायरल ‘टुम्पा सोना’
कार्टून वीडियो टुम्पा सोना सोशल मीडिया ‘फ्लैश मॉब’ का स्रोत है. इसके बोल और कोरियोग्राफी जयराज भट्टाचार्य के हैं, स्वर और संगीत ऑर्क मुखर्जी के हैं. ये दो नाम प्रस्तुति के अंत में आते हैं. कार्टून वीडियो में जो गीत है, वह वामपंथ के अतीत की याद दिलाता है. फोन कॉल पर 28 फरवरी को ब्रिगेड में आने के वादे के साथ वीडियो की समाप्ति होती है.
Posted By : Mithilesh Jha