जोहरी के बाद सबा करीम की बीसीसीआई से विदाई , जीएम पद से दिया इस्तीफा
बीसीसीआई से एक और इस्तीफे की खबर आ रही है. खबर यह है कि सीइओ राहुल जोहरी के इस्तीफा देने के बाद अब पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के महाप्रबंधक सबा करीम ने भी अपना इस्तीफा बोर्ड को सौंप दिया है. हालांकि इसकी अधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस बात की औपचारिक घोषणा कि जायेगी. सबा करीम 2017 में बीसीसीआई में जुड़े थे और तत्कालीन बीसीसीआई के सीइओ राहुल जोहरी के साथ मिलकर नियुक्तियों की अध्यक्षता की थी.
.बीसीसीआई से एक और इस्तीफे की खबर आ रही है. खबर यह है कि सीइओ राहुल जोहरी के इस्तीफा देने के बाद अब पूर्व क्रिकेटर और बीसीसीआई के महाप्रबंधक सबा करीम ने भी अपना इस्तीफा बोर्ड को सौंप दिया है. हालांकि इसकी अधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस बात की औपचारिक घोषणा कि जायेगी. सबा करीम 2017 में बीसीसीआई में जुड़े थे और तत्कालीन बीसीसीआई के सीइओ राहुल जोहरी के साथ मिलकर नियुक्तियों की अध्यक्षता की थी.
इससे पहले बोर्ड के सीइओ 27 दिसंबर को अपना इस्तीफा सौंपा था जिसे बोर्ड ने हाल ही में जोहरी का इस्तीफा स्वीकार किया था. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि बोर्ड ने अचानक इस्तीफा स्वीकार करने का फैसला क्यों किया. क्योंकि जोहरी 2016 में बोर्ड से जुड़े थे और बीसीसीआई के साथ उनका करार 2021 तक था. पर सौरभ गांगुली के बोर्ड अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था. जोहरी के जाने के बाद सबा करीम ने इस्तीफा क्यों दिया इस बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पायी है.
52 वर्षीय राइट हैंडेड बैट्समैन सबा करीम का जन्म बिहार में हुआ था. 57 की औसत से रन बनाकर उन्होंने घरेलू क्रिकेट बेहतर प्रदर्शन किया. वर्ष 1996-1997 में सबा करीम ने अपना पहला डेब्यू मैच दक्षिण अफ्रिका के साथ खेला, जिसमें उन्होंने 48 गंदों में 55 रन बनाये थे. दूसरे मैच में उन्होने 46 गेंद में 38 रन बनाये जो मैच टाई रहा.
ढाका में आयोजित 2000 के एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ एक मैच में अनिल कुंबले की एक बॉल सबा करीम के दाहिने आंख पर लगीं थी जिस चोट से वो बाद तक उबर नहीं पाये. चोटिल होने के बाद खेलने आये सबा करीम ने अपना एकमात्र टेस्ट खेला जिसमें उन्होंने 15 रन बनाये और एक कैच पकड़ा. आंख मे लगी चोट से उनके आंख को बहुत नुकसान हुआ और मात्र 33 साल की उम्र में क्रिकेट छोड़ दिया. बाद में वह एक कमेंटेटर और राष्ट्रीय चयनकर्ता बने. उन्होंने देश के लिए एक टेस्ट और 34 वनडे खेले. फर्स्ट क्लास क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 120 मैच खेले, जबकि 22 शतक और 33 अर्धशतक की मदद से 7310 रन बनाए.
Posted By: Pawan Singh