Aligarh News: शहर में एक आढ़ती के मुनीम से 22 लाख रुपए की लूट का मामला सामने आया, जिसके पुलिस ने महज 12 घंटे में गुरुवार देर रात ही खोल दिया. दरअसल, एक मुनिम ने अपने बेटे के साथ लूट का ड्रामा रचा था. मुनीम ने बैंक से निकलते ही अपने बेटे को 22 लाख रुपए से भरा बैग थमा दिया था और पुलिस को कहा कि कुछ लुटेरे बाइक पर आए, तमंचे के दम पर बैग लूटकर ले गए. फिलहाल, लूट के पैसों समेत बाप-बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है.
धनीपुर गल्ला मंडी में आरती देव कुमार के यहां मुनीम अजय कुमार एचडीएफसी बैंक से सौरभ गर्ग व देव कुमार गर्ग के दो-दो लाख रुपए, मदन कुमार उपाध्याय व सतगुरु ट्रेडिंग कंपनी के नौ-नौ लाख रुपए निकालने गया. बैंक से कुल 22 लाख रुपए निकालने के बाद मुनीम अजय कुमार ने अपने बेटे अंकुर को फोन कर बुला लिया और उसे 22 लाख रुपए से भरा बैग थमा दिया.
आरोपी मुनीम का बेटा अंकुर बैग लेकर एक गली से होता हुआ अपने घर पर पहुंच गया, जहां एक डिब्बा में भरकर रकम को भूसे के नीचे मिट्टी में छिपा दिया. मामले के करीब 12 मिनट बाद मुनीम अजय कुमार ने खुद आरती को लूट होने की जानकारी दी. पुलिस ने लूट की सूचना पर मुनीम से गांधी पार्क थाने में कड़ी पूछताछ की, फिर महुआ खेड़ा थाने में ले गए, जहां फिर पूछताछ की.
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पुलिस की कड़ी पूछताछ के बाद मुनीम ने सारा सच उगल दिया. मुनीम ने बताया कि बैग कोई लूटकर नहीं ले गया था, बैंक से निकलते ही बैग मुनीम ने अपने बेटे को थमा दिया था और इसे एक लूट दिखाने की साजिश रची थी.
दरअसल, मुनीम अजय कुमार को दिवाली पर मालिक से अच्छा गिफ्ट नहीं मिला था. एक कंबल दिया गया था और किसी बात को लेकर डांट भी दिया था. इसके चलते मुनीम अजय कुमार ने मालिक को सबक सिखाने की ठानी, जिसके बाद मुनीम ने 22 लाख रुपए की रकम को लूठ दिखाने का ड्रामा रचा.
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि, आरोपित मुनीम अजय कुमार 2003 में ट्रैक्टर चालक की हत्या के मामले में भी जेल जा चुका है. मुनीम ने अपने बेटे को बैग दिया था और झूठी सूचना दी थी. 22 लाख रुपए की रकम बरामद कर ली गई है. मुनीम और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है.
रिपोर्ट चमन शर्मा, अलीगढ़