Bihar News: शेखपुरा में छह किशोरों ने मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखी, फिर दो बच्चियों से किया गैंगरेप
घटना के बाद जब दोनों बच्चियां वहां से जाने लगीं, तो आरोपित किशोरों ने एक को तीन रुपये और दूसरी बच्ची को पांच रुपये देकर चुप करा दिया और घटना के बारे में किसी से नहीं बताने की धमकी भी दी. दोनों बच्चियां बदहवास अवस्था में घर पहुंचीं.
शेखपुरा के एक गांव में शर्मनाक और चिंता पैदा करने वाली घटना सामने आयी है. यहां छह किशोरों ने पहले मोबाइल पर पोर्न फिल्म देखी और उसके बाद पड़ोस की दो बच्चियों के साथ गैंगरेप किया. जानकारी के अनुसार सोमवार की शाम गांव के बधार में नौ और 10 वर्ष की दो बच्चियां साग तोड़ने के लिए गयी थीं. वहां पर पहले से मौजूद छह किशोरों ने पहले मोबाइल में पोर्न फिल्म देखी, इसके बाद बारी-बारी से दोनों ने उन बच्चियों के साथ गैंगरेप किया. इस मामले में पीड़ित बच्चियों के परिजनों ने बरबीघा थाने में सभी छह किशोरों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसके बाद बरबीघा पुलिस ने दो आरोपितों को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल सभी किशोरों की उम्र 10 से 15 साल है.
गांव में तनाव का माहौल
थानाध्यक्ष जयशंकर मिश्र ने बताया कि दो आरोपितों को पकड़ा गया है. पीड़ित बच्चियों को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है. वहीं, अन्य आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस लगातार छापेमारी अभियान चला रही है. वहीं, घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल व्याप्त है. पुलिस घटना के सभी बिंदुओं पर कड़ी निगरानी रख रही है.
पीड़िताओं के परिजनों के साथ मारपीट भी की, दो हिरासत में
घटना के बाद जब दोनों बच्चियां वहां से जाने लगीं, तो आरोपित किशोरों ने एक को तीन रुपये और दूसरी बच्ची को पांच रुपये देकर चुप करा दिया और घटना के बारे में किसी से नहीं बताने की धमकी भी दी. दोनों बच्चियां बदहवास अवस्था में घर पहुंचीं. पहले तो दोनों ने परिजनों को कुछ नहीं बताया, लेकिन बाद में जब घटना का जिक्र किया, तो परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गयी.
इसके बाद परिजन इस बात की शिकायत लेकर आरोपित किशोरों के परिजनों के पास गये, तो उन्होंने उल्टे पीड़ित बच्चियों के परिजनों के साथ मारपीट कर दी. पीड़ित परिजनों ने दो आरोपितों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. इस दौरान लड़की की दादी बरबीघा थाने पहुंची और उसने सभी छह किशोरों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज करायी.
बच्चों को मोबाइल देने में बरतें सावधानी
मगध महिला कॉलेज के मनोविज्ञान की असिस्टेंट प्रोफेसर निधि सिंह ने कहा कि बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं. वे अन्य व्यवहार की तरह ही सेक्सुअल व्यवहार भी परिवार, आस-पास के माहौल, टीवी, इंटरनेट, पत्रिकाओं आदि से सीखते हैं. आम तौर पर बच्चे आस-पास या पितृसत्तात्मक समाज में हिंसा व सेक्सुअल व्यवहार का समान्यीकरण होते देखते हैं और सीखते हैं.
अगर बच्चे माता-पिता का मोबाइल देखते होंगे, तो जो सबसे ज्यादा सर्च किया रहता है, वही पहले आता है, इन बच्चों के साथ एक रीजन यह भी होगा.इसलिए बच्चों के हाथों में मोबाइल देने से पहले सेटिंग में बदलाव करें. बच्चे कुछ भी लिख कर सर्च करेंगे, तो वह फाइंड नहीं होगा.