Jharkhand Crime News : धनबाद शहर के अति व्यस्ततम इलाके बैंक मोड़ स्थित मुथूट फिनकॉर्प में डकैती के प्रयास में पकड़े गये दोनों अपराधियों मो. आसिफ और राहुल उर्फ राघव उर्फ गुंजन ने पूछताछ में पुलिस के समक्ष कई राज खोले हैं. इसी के साथ तीन सितंबर को धनसार में गुंजन ज्वेल्स में हुई लूट की गुत्थी भी सुलझती नजर आ रही है. दोनों मामलों का सीधा कनेक्शन जुड़ गया है. दरअसल, पटना स्थित बेउर जेल में बंद राजीव सिंह उर्फ पुल्लू सिंह दोनों घटनाओं का सरगना है. वह बिहार के समस्तीपुर जिले के शेखोपुर का निवासी है. पुल्लू सिंह केवल सोना लूटने में ही विश्वास रखता है. जेल जाने से पहले राहुल ने पुलिस को बताया कि जेल में बंद साम्राज्य सिंह से उसकी फोन पर बातचीत होती थी. इसी क्रम में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बदले उसे पांच-पांच लाख रुपये देने की बात साम्राज्य ने कही.
गिरोह का सूत्रधार है राजीव रंजन सिंह
सभी अपराधी मैथन में अलग-अलग स्थानों से आकर जुटे थे. इससे पहले कोई किसी से नहीं मिला था. घटना से दो तीन दिन पहले ही सभी की मुलाकात हुई थी. गिरोह में शामिल सदस्य बिहार के समस्तीपुर, आरा, लखीसराय और गया के रहनेवाले हैं. राजीव सिंह उर्फ अनु सिंह उर्फ पुल्लू, सुबोध सिंह और साम्राज्य सिंह इनके आका हैं. यह गिरोह झारखंड के धनबाद, जमशेदपुर के अलावा बिहार के कटिहार, राजस्थान, ओड़िशा और इंदौर में डकैती की कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. गिरोह का सूत्रधार राजीव रंजन सिंह उर्फ रम्मी पुल्लू का भतीजा है, जिसने गिरोह के सदस्यों के लिए वाहन समेत जरूरी संसाधन मुहैया कराये. रम्मी काफी शातिर दिमाग है. रम्मी का काम गिरोह को ऑपरेट करना है. धनबाद पुलिस रम्मी की तलाश में जुट गयी है. इस मामले में धनबाद पुलिस बेउर जेल में बंद अपराधियों से जल्द पूछताछ करेगी.
झारखंड-बिहार से लेकर बंगाल तक की घटनाओं में पुल्लू का हाथ
पुल्लू सिंह बेउर जेल में रहते हुए भी झारखंड-बिहार से लेकर बंगाल तक सोना लूट की घटनाओं को अंजाम देता रहा है. इन तीनों राज्यों में अब तक मुथूट फिनकॉर्प में जितनी भी डकैती हुई है, अधिकतर में पुल्लू सिंह का ही नाम आया है. अब धनबाद की दोनों घटनाओं से भी उसका नाम जुड़ गया है. समस्तीपुर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत चकनूर निवासी मो. आसिफ गैंग लीडर पुल्लू सिंह का खासमखास है. पुलिस पूछताछ में आसिफ ने बताया है कि पिछले दिनों धनसार में गुंजन ज्वेल्स डकैती कांड को अंजाम देने में राजीव कुमार सिंह का हाथ है. उस घटना को अंजाम देने के लिए पुल्लू सिंह का भतीजा रम्मी सिंह उर्फ रमिया उर्फ रविरंजन गिरोह के कुछ अन्य सदस्यों के साथ धनबाद आया था और घटना को अंजाम देकर यहां से आसानी से निकल गया. उसके बाद ही पुल्लू ने दूसरी घटना के लिए उन लोगों को (आसिफ और बाकी लोगों को) दोबारा धनबाद भेजा. उनलोगों ने काफी रेकी के बाद मुथूट फिनकॉर्प में डाका डालने की प्लानिंग की.
बेहतरीन क्रिकेटर है राघव उर्फ गुंजन
इस वारदात में शामिल राघव उर्फ गुंजन छह माह पहले ही बेउर जेल से जमानत पर छूटा था. वह बेहतरीन क्रिकेटर भी है. छह माह पूर्व जब वह बेउर जेल के छह नंबर वार्ड में था, उसी दौरान पुल्लू सिंह के सीधे संपर्क में आया. ये सारी बातें गिरफ्तार आसिफ व गुंजन से पूछताछ में पुलिस को पता चली हैं. अपराधियों ने यह भी बताया है कि वारदात को अंजाम देने के लिए जब वे लोग धनबाद पहुंचे तो गोल्डन नाम के युवक ने उन लोगों को मैथन में किराये के मकान में ठहराया था. वहां से जब वे लोग धनबाद शहर में क्राइम करने का टारगेट लेकर पहुंचे, तो यहां शंकर उर्फ रमेश ठाकुर ने उनलोगों को गांधी रोड में किराए का मकान दिलवाया. शंकर से किशोर सोनी की पुरानी पहचान थी. किशोर सोनी मूल रूप से गोमो का रहने वाला है. आसिफ ने बताया कि शंकर व छोटू समस्तीपुर से ही उसके साथ आये थे. सूत्रों की मानें तो घटना के दिन मुथूट फिनकॉर्प के मैनेजर को वीडियो कॉल कर धमकाने वाला पुल्लू सिंह का भतीजा रमिया ही था. इधर, आसिफ के बयान के आधार पर धनबाद पुलिस की एक टीम शंकर उर्फ रमेश ठाकुर तथा छोटू की तलाश में समस्तीपुर में उसके घर समेत कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. हालांकि फिलहाल उनका कोई पता नहीं चल सका है. धनबाद पुलिस मंगलवार से ही समस्तीपुर जिले की विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर रही है.