झारखंड: बेटा ही निकला पिता का कातिल, संपत्ति विवाद में तीन लाख में दी थी हत्या की सुपारी, पुत्र समेत दो अरेस्ट
कोडरमा एसपी ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 5 फरवरी को नवलशाही पुलिस को सूचना मिली कि प्रतियासिंगहा जंगल में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है. शव की पहचान नीमाडीह के घोड़थंभा निवासी सकुर अंसारी के रूप में हुई. पुत्र समेत दो अरेस्ट किए गए हैं.
कोडरमा बाजार, गौतम राणा: झारखंड के कोडरमा जिले के नवलशाही थाना क्षेत्र अंतगर्त प्रतियासिंगहा जंगल में बुजुर्ग सकुर अंसारी की हत्या का उद्भेदन करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में मृतक का पुत्र (नीमाडीह, घोड़थंभा राजधनवार, जिला गिरिडीह निवासी) समसुल अंसारी और इसी गांव का द्वारिका तुरी उर्फ द्वारिक (पिता स्व हरी तुरी) शामिल है. आरोपी के पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी, कमीज और एक मोबाइल बरामद किया है. ये जानकारी पुलिस अधीक्षक अनुदीप सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान दी. मौके पर नवलशाही थाना प्रभारी सोनी प्रताप ,एसआई रंजीत कुमार, ऋषिकेश कुमार सिन्हा आदि मौजूद थे.
बेटे ने ही पिता को मार डाला
कोडरमा एसपी ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 5 फरवरी को नवलशाही पुलिस को सूचना मिली कि प्रतियासिंगहा जंगल में एक व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है. शव की पहचान नीमाडीह के घोड़थंभा निवासी सकुर अंसारी के रूप में हुई. घटना को लेकर नवलशाही थाना में कांड संख्या 06/24 धारा 302/201 में मामला दर्ज किया गया. त्वरित उद्भेदन को लेकर पुलिस उपाधीक्षक पुरुषोत्तम कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों ने अनुसंधान के क्रम में हत्याकांड में शामिल द्वारिका तुरी और मृतक के पुत्र समसुल अंसारी को गिरफ्तार किया.
तीन लाख में दी थी पिता की हत्या की सुपारी
पूछताछ में पता चला कि मृतक के पुत्र ने संपत्ति विवाद में अपने पिता सकुर अंसारी की हत्या की सुपारी द्वारिका तुरी को 3 लाख में दी थी. इसके बाद द्वारिका तुरी मृतक बुजुर्ग को पशु दिखाने के लिए गांव ले गया और रास्ते में जंगल देख कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी और फरार हो गया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक के 4 पुत्र हैं. आरोपी समसुल अंसारी सबसे बड़ा बेटा है, जो रांची में कॉन्ट्रेक्टर है, जबकि उसके भाई उसे सहयोग करते थे. आरोपी पुत्र ने बताया कि उसके द्वारा कमाए गए धन खरीदी गयी प्रोपर्टी को उसके पिता चारों भाइयों में बराबर बांटना चाहते थे, लेकिन आरोपी पुत्र ज्यादा हिस्सा मांग रहा था. इसी कारण आरोपी पुत्र ने द्वारिका तुरी को अपने पिता की हत्या की सुपारी 3 लाख में दी और बतौर एडवांस एक हजार रुपए दिए थे.