Ganesh Visarjan 2023 : बरेली में विसर्जन जुलूस में उमड़ी भीड़ से सड़कों पर लंबा जाम, लोगों को बदलना पड़ा मार्ग
Ganesh Visarjan 2023 : जाम में कई एंबुलेंस भी फंस गईं . इसके साथ ही राहगीरों को भी घंटों जाम में फंसा रहना पड़ा. हालांकि काफी संख्या में राहगीरों को रास्ता बदलना पड़ा. वह शहर के प्रेमनगर, शाहदाना ओवरब्रिज से गुजरकर मंजिल पर पहुंचे.
बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में गणेश विसर्जन को लेकर शहर की सड़कों पर सोमवार को लंबा जाम लग गया.गणेश प्रतिमा विसर्जन के चलते किला, चौपला,बदायूं रोड पुल पर दोपहर से देर शाम तक जाम लगा रहा.इस जाम में कई एंबुलेंस भी फंस गई.इसके साथ ही राहगीरों को भी घंटों जाम में फंसा रहना पड़ा.हालांकि, काफी संख्या में राहगीरों को रास्ता बदलना पड़ा.वह शहर के प्रेमनगर, शाहदाना ओवरब्रिज से गुजरकर मंजिल पर पहुंचे.शहर के पास से गुजरने वाली रामगंगा नदी के घाट पर श्रद्धालुओं ने गणेश विसर्जन किया.श्रद्धालुओं में बड़ी संख्या में महिलाएं, और बच्चे भी शामिल थीं.रामगंगा घाट पर गणपति बप्पा मोरया के साथ गणपति विसर्जित किया गया.घाटों पर श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की.
जुलूस में भिड़े श्रद्धालु , बड़ी संख्या में लगाया फोर्सएहतियात के तौर पर रामगंगा नदी के घाटों पर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को भी तैनात किया गया था.इसके साथ ही गोताखोर भी लगाए गए थे.जिससे किसी के पानी में डूबने पर तुरंत निकाला जा सके.शहर में बड़ी संख्या में जुलूस निकाले गए.इन जुलूसों में डीजे की धुन पर भक्ति के गीत बज रहे थे.मगर, कुछ जुलूस में शामिल लोगों में किला के पास आपस में ही मारपीट हो गई.इससे रोड पर अफरा तफरी मच गई. मगर,पुलिस ने लोगों को काफी मुश्किल से शांत किया.इसके बाद जुलूस आगे को रवाना किए गए.
सोमवार को गणपित विसर्जन का शुभ मुहूर्त था.इसलिए काफी संख्या में श्रद्धालु विसर्जन को पहुंचे थे.यह मूहर्त दोपहर 01 बजकर 44 मिनट से 06 बजकर 16 मिनट तक था.इसके बाद शुभ मुहूर्त शाम 06 बजकर 16 मिनट से 07 बजकर 45 मिनट तक रहा है.
10 दिन का गणेश उत्सवगणेश उत्सव 10 दिन मनाया जाता है.अनंत चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त होता है.यह 28 सितंबर यानी गुरुवार के दिन गणेश विसर्जन के लिए शुभ है.इसलिए सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 07 बजकर 40 मिनट तक, और शाम को शुभ मुहूर्त 04 बजकर 41 मिनट से रात 09 बजकर 10 मिनट तक गणेश विसर्जन किया जा सकेगा.बताया जाता है कि गणेश उत्सव के 10 दिनों में गणेश जी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी दुख-संताप समाप्त हो जाते हैं. गणेश चतुर्थी के दसवें दिन यानी अनंत चतुर्दशी के दिन गणपित विसर्जन किया जाता है. माना जाता है कि इस दिन बप्पा वापस अपने घर जाते हैं. ऐसे में उन्हें खुशी-खुशी विदा करना चाहिए.
रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद