झारखंड: सीआरपीएफ जवान जगदीश प्रसाद मीणा ने अपनी सर्विस राइफल से गोली मारकर की आत्महत्या

सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि वह एक माह पहले ही 15 दिन की छुट्टी बिताकर गांव से लौटा था. मृतक जगदीश प्रसाद मीणा मूल रूप से राजस्थान के टोंक का निवासी था. मृतक जवान का शव पोस्टमार्टम के बाद रांची से एयरलिफ्ट कर राजस्थान भेज दिया गया. पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है.

By Guru Swarup Mishra | August 19, 2023 7:26 PM
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लोहरदगा: लोहरदगा जिले के केकरांग पिकेट में तैनात सीआरपीएफ-158 बटालियन के जवान 38 वर्षीय जगदीश प्रसाद मीणा ने अपनी सर्विस इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली. उन्होंने केकरांग पिकेट में संतरी ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मार ली. सीआरपीफ-158 बटालियन के कमांडेंट राहुल कुमार ने इन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

छुट्टी बिताकर गांव से लौटा था जवान

सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि वह एक माह पहले ही 15 दिन की छुट्टी बिताकर गांव से लौटा था. मृतक जगदीश प्रसाद मीणा मूल रूप से राजस्थान के टोंक का निवासी था. सीआरपीफ-158 बटालियन के कमांडेंट राहुल कुमार ने मृतक जवान को सलामी दी और श्रद्धांजलि अर्पित की. मृतक जवान का शव पोस्टमार्टम के बाद रांची से एयरलिफ्ट कर राजस्थान भेज दिया गया. पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है.

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संतरी ड्यूटी पर थे तैनात

लोहरदगा में एक सीआरपीएफ जवान ने खुदकुशी कर ली है. बताया जा रहा है कि वे केकरांग पिकेट में तैनात थे. सीआरपीएफ-158 बटालियन के जवान जगदीश प्रसाद मीणा 38 वर्ष के थे. उन्होंने अपनी सर्विस इंसास राइफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली. इस दौरान वे केकरांग पिकेट में संतरी ड्यूटी पर तैनात थे. सीआरपीफ-158 बटालियन के कमांडेंट राहुल कुमार ने इन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की.

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एयरलिफ्ट कर शव भेजा गया राजस्थान

सीआरपीएफ के अधिकारी बताते हैं कि जगदीश प्रसाद मीणा एक महीने पहले ही 15 दिन की छुट्टी बिताकर गांव से लौटे थे. वे मूल रूप से राजस्थान के टोंक के रहनेवाले थे. सीआरपीफ-158 बटालियन के कमांडेंट राहुल कुमार ने इन्हें सलामी दी और श्रद्धांजलि अर्पित की. पोस्टमार्टम के बाद शव को रांची से एयरलिफ्ट कर राजस्थान भेज दिया गया.

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