Bihar Constable भर्ती 2023 परीक्षा अगली सूचना तक स्थगित, जानें आगे क्या लिया जाएगा निर्णय?, देखें Update
CSBC Bihar Constable Exam 2023: सीएसबीसी कांस्टेबल भर्ती 2023 परीक्षा पेपर लीक के कारण स्थगित कर दी गई है. परीक्षा में नकल करते हुए कई अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया है. आगामी परीक्षाएं भी रद्द कर दिया गया है. अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें.
CSBC Bihar Constable Exam 2023: केंद्रीय चयन बोर्ड ऑफ कांस्टेबल (सीएसबीसी) ने पेपर लीक के कारण बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा स्थगित कर दी है, जो दो पालियों में आयोजित होने वाली थी. परीक्षा मूल रूप से 1 अक्टूबर, 2023 को आयोजित की गई थी. हालांकि, बेईमान उम्मीदवारों को इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और अन्य फर्जी तरीकों का उपयोग करके परीक्षा के दौरान नकल करते हुए पकड़ा गया था. परिणामस्वरूप, परीक्षा अगली सूचना तक स्थगित कर दी गई है. नकल करते पकड़े गए लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया.
आधिकारिक नोटिस के अनुसार, आगामी 7 और 15 अक्टूबर को होने वाली बिहार कांस्टेबल भर्ती 2023 परीक्षा को भी अगली सूचना तक स्थगित कर दिया गया है. परीक्षा शुरू होने के संबंध में विवरण उम्मीदवारों को उचित समय पर सूचित किया जाएगा. उम्मीदवारों को ताजा अपडेट के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर बने रहने की सलाह दी गई है.
यह भर्ती अभियान पुलिस कांस्टेबल के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए 21,391 रिक्तियों की भर्ती के लिए आयोजित किया जा रहा था. पुलिस कांस्टेबल के चयन के लिए, बोर्ड ने भर्ती परीक्षा के आयोजन के लिए बिहार के 37 जिलों में 529 परीक्षा केंद्र स्थापित किए. बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा की भर्ती प्रक्रिया में देरी की उम्मीद है.
बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा की भर्ती प्रक्रिया में देरी की उम्मीद
बिहार पुलिस कांस्टेबल लिखित परीक्षा, जो शुरू में 1, 7 और 15 अक्टूबर के लिए निर्धारित की गई थी, विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर पेपर लीक के कारण स्थगित कर दी गई है. दुर्भाग्य से, इस घटना से बिहार पुलिस कांस्टेबल परीक्षा के लिए भर्ती प्रक्रिया में देरी होने की उम्मीद है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिहार कांस्टेबल भर्ती 2023 परीक्षा के नतीजे दिसंबर 2023 में आने की उम्मीद थी.
Also Read: BSEB Bihar STET Result 2023: जारी हुआ बिहार एसटीईटी का रिजल्ट, अब साल में दो बार होगी परीक्षा, देखें UPDATE Also Read: Sarkari Naukri 2023 Live: बिहार टीईटी परिणाम जारी, पढ़ें नौकरी और शिक्षा से जुड़ी हर खबरउम्मीदवारों के लिए चयन प्रक्रिया में एक बहु-चरणीय प्रक्रिया शामिल होती है जिसमें लिखित परीक्षा, शारीरिक मानक परीक्षण, शारीरिक सहनशक्ति परीक्षण, चिकित्सा परीक्षा, दस्तावेज़ सत्यापन और योग्यता सूची शामिल होती है. पुनर्निर्धारित परीक्षा के बारे में विवरण बाद में सूचित किया जाएगा, और उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट देखते रहें.
परीक्षा में नकल करते कई पकड़ाएं
बता दें कि 1 अक्टूबर को बिहार सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा के दौरान नकल करने और कराने के आरोप में ताबड़तोड़ गिरफ्तारी की गयी. भभुआ के भूपेश गुप्त इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल संजय कुमार समेत करीब दर्जन भर अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया था. यहां एक कोचिंग संचालक की खोज में पुलिस लगी है जिसने छात्रों को प्रश्न-पत्र उपलब्ध कराने के नाम पर पैसे लिए. आरा में जैमर लगाने वाली कंपनी का एक कर्मी, कई अभ्यर्थी सहित 80 से अधिक लोग गिरफ्तार किये गया था. सबसे अधिक आरा से 48 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. भागलपुर से सॉल्वर समेत 12 लोगों की गिरफ्तारी की गयी. आरा, छपरा, नवादा, अरवल, मुंगेर , कैमूर , पटना आदि से भी गिरफ्तारी की गयी थी.
परीक्षा से पहले मिले प्रश्नों के आंसर
रविवार को हुई पहले चरण की लिखित परीक्षा के दौरान पटना के राम कृष्ण द्वारिका (आरकेडी) कॉलेज से जिन छह अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया गया था उनके पास से प्रश्नों के लिखित आंसर मिले थे. जब उन आंसरों को प्रश्नों से मिलाया गया, तो लगभग सभी प्रश्नों के आंसर मिल गये थे. इस परीक्षा में धांधली की जांच इओयू अब कर रही है. वहीं इस बीच अब बड़ी जानकारी सामने आयी है कि बिहार सिपाही बहाली परीक्षा रद्द कर दी गयी. अन्य सभी पालियों की परीक्षाएं भी फिलहाल स्थगित रहेंगी, ऐसी सूचना है.
पूरे गैंग की सक्रियता आई सामने, प्रिंसिपल भी गिरोह में शामिल
बता दें कि बिहार पुलिस सिपाही बहाली परीक्षा में धांधली के लिए अलग-अलग जिलों में सॉल्वर गैंग सक्रिय थे. पुलिस ने परीक्षा से पहले ही कई जिलों में सेटरों को गिरफ्तार किया था. सहरसा, बेगूसराय, सारण में कार्रवाई की गयी थी. समस्तीपुर और जमुइ में भी गिरफ्तारी की गयी थी. इनके पास से वॉकी-टॉकी व एंटी जैमर डिवाइस समेत कई यंत्र बरामद किए गए थे. पुलिस ने पूछताछ में अहम खुलासे किए थे. पूरे गैंग की सक्रियता सामने आयी थी. वहीं परीक्षा के दौरान अलग-अलग सेंटरों से ताबड़तोड़ गिरफ्तारी की गयी थी. भभुआ में प्रिंसिपल ही गिरोह में शामिल मिले. जिसकी गिरफ्तारी की गयी. वहीं परीक्षा से पहले ही प्रश्न-पत्र वायरल होने की खबर जंगल में आग की तरह दौड़ी. इस मामले की जांच अभी इओयू कर रही है.