Kanpur News: प्रदेश के कानपुर जनपद में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) में गुरुवार को 38वां दीक्षांत समारोह रानी लक्ष्मी बाई प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया. दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने की. दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 55 छात्र छात्राओं को कुल 98 मेडल से सम्मानित किया गया. सर्वाधिक 5 पदक श्वेता साहू ने हासिल किए. वहीं, कार्यक्रम में 100 टीबी रोगियों को भी गोद लिया गया. कार्यक्रम में प्रो. मणींद्र अग्रवाल (आईआईटी कानपुर) को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा गया. वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में हनी बी नेटवर्क के संस्थापक और आईआईएम अहमदाबाद के विजिटिंग फैकल्टी पद्मश्री प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता विशिष्ट अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय तथा उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी मौजूद रहे.
दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने 55 छात्र छात्रों को कुल 98 मेडल से सम्मानित किया गया. सर्वाधिक श्वेता साहू ने पांच मेडल हासिल किए. समारोह में 41 छात्राओं और 14 छात्रों को पदक से सम्मानित किया गया. साथ ही 23 छात्रों को पीएचडी की डिग्री भी प्रदान की गयी.समारोह में चंद्रयान-3 में सीएसजेएमयू के 4 पूर्व छात्र अतुल निगोतिया, प्रियंका मिश्रा,प्रवेश माथुर, प्रियंका यादव को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था.कुलाधिपति आंनदीबेन पटेल ने मंच पर विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों से बात की और उन्हें उनके अथक परिश्रम के लिए सम्मानित भी किया.
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कार्यक्रम में कुलाधिपति के सम्मुख नेपाल संस्कृति विश्वविद्यालय, बेलझुंडी, दाड, नेपाल एवं आईआईटी कानपुर के मध्य एमओयू भी साइन किया गया. साथ ही उच्च प्राथमिक विद्यालय मंधना प्रथम, उच्च प्राथमिक विद्यालय रामनगर के छात्र छात्रों को स्कूल बैग एवं किताबों का वितरण किया गया. कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एथलेटिक्स, बॉक्सिंग एवं कराटे में मेडल प्राप्त करने वाले जय प्रकाश सिंह, तनिशा लांबा, मानसी मौर्या, छात्र-छात्राओं को राशि एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इसके बाद विश्वविद्यालय द्वारा 100 क्षय रोग पीड़ित मरीजों को गोद लिया गया. विश्वविद्यालय द्वारा उनके पोषण की व्यवस्था की गयी है. कुलाधिपति ने मंच से पोषण पोटली भी स्वास्थय विभाग के अधिकारियों को प्रदान की.
छत्रपति शाहू जी महाराज के दीक्षांत समारोह के समापन सत्र में कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने अपने संबोधन में छात्रों को शिक्षा के साथ परिजनों की सेवा करने के भाव पर भी जोर दिया कुलाधिपति ने अपने उद्बोधन के दौरान कभी एक कुशल प्रशासक की तरह निर्देश दिए तो ममता भरे लहजे में छात्र-छात्राओं से सीधी बात भी की. पूरे भाषण में राज्यपाल ने समाज के उत्थान में अपनी भूमिका तय करने की सीख दी.
उन्होंने पीएचडी के छात्रों के लिए स्नातक व परास्नातक के छात्रों की तरह ही लेक्चर की क्लास शुरू करने के निर्देश भी दिए. विवि के दीक्षांत समारोह सभागार में अपने सम्बोधन में कुलाधिपति ने कहा कि जब एक बच्चा पढ़ लिखकर बड़ा होता है तो वह मां बाप और समाज को भूलने लगता है, जिससे उसकी प्रगति में रुकावट आने लगती है. उन्होंने कहा कि कितने भी सफल हो जाए पर मां बाप को मत भूलिए. उनके त्याग, अथक मेहनत और तपस्या का परिणाम आपकी सफलता है. एशियन गेम्स चीन मे आयोजित घुड़सवारी की प्रतिस्पर्धा मे गोल्ड लाने वाले चारों खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि मां-बाप का आशीर्वाद हो तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं रहता है. चंद्रयान- 3 की सफलता को लेकर उन्होंने कहा कि बचपन में सुना चंदा मामा दूर के लेकिन, आज इन होनहार वैज्ञानिकों के कारण भारत चांद पर सफलतापूर्वक पहुंच सका है. ऐसे कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले ही छात्र-छात्राएं ऐसा काम करते हैं. विवि के पढ़े हमारे विद्यार्थी अलग अलग क्षेत्रों मे अपनी सेवाएं दे रहे हैं.