CSJMU: अब भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीयों के योगदान की होगी पढ़ाई, जानें कोर्स में और क्या- क्या बदला…
Chhatrapati Shahu Ji Maharaj University Kanpur ने नए पाठ्यक्रम के साथ- साथ सीटों में भी बढ़ोत्तरी कर दी है. कुलपति की अध्यक्षता में हुई अकादमिक काउंसिल बैठक में कई प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई है.
कानपुर: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए नए पाठ्यक्रम के साथ सीटों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी कर दी गई है. अकादमिक काउंसिल ने मंगलवार को इसे मंजूरी प्रदान कर दी. विश्वविद्यालय परिसर में संचालित स्कूल ऑफ एडवांस्ड एग्रीकल्चर साइंस एवं टेक्नोलॉजी के अंतर्गत बीएससी ऑनर्स एग्रीकल्चर पाठ्यक्रम में सीटों की संख्या 120 से बढ़ाकर 180 करने का अनुमोदन कर दिया गया है.यह नए सत्र से प्रभावी होगा.
नवीन पाठ्यक्रम में फ्रूट साइंस, वेजिटेबल साइंस
विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ अकादमिक भवन में कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में हुई विद्या परिषद की बैठक में नए पाठ्यक्रमों की विधाओं को मंजूरी प्रदान की गई.इसमें एग्रोनॉमी, हॉर्टिकल्चर की 3 शाखाओं फ्रूट साइंस, वेजिटेबल साइंस, फ्लोरीकल्चर एंड लैंडस्कैपिंग के नवीन पाठ्यक्रम के संचालन का अनुमोदन किया गया.पत्रकारिता एवं जनसंपर्क विभाग में फिल्म मेकिंग भी नए सत्र से संचालित किया जाएगा. सभी पाठ्यक्रमों में मानवीय मूल्यों के साथ भारतीय ज्ञान परंपरा और भारतीयों के योगदान को अध्यापन का समावेश किया गया है.विद्या परिषद की बैठक में विभिन्न पाठ्यक्रमों को पूरी तरह से नई शिक्षा नीति 2020 से परिपूर्ण कर दिया गया.
पीएचडी थीसिस जमा करते समय 20000 रुपये की मदद मिलेगी
विभिन्न स्कूलों व विषयों में नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने तथा कुछ व्यवसायिक पाठ्यक्रम में सीटों में बढ़ोतरी का भी प्रस्ताव पास किया गया. दीनदयाल शोध केंद्र के अंतर्गत पीएचडी में थीसिस जमा करते समय 20000 रुपये की सहायता शोधार्थी को प्रदान की जाएगी. नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत अब इस विद्यालय में संचालित समस्त पाठ्यक्रमों के प्रथम सेमेस्टर में भारतीय ज्ञान परंपरा एवं भारतीयों के योगदान को प्रथम यूनिट में शामिल करने का भी ध्वनित से प्रस्ताव पास किया गया. विद्या परिषद में कई नवीन वोकेशनल कोर्स विश्वविद्यालय परिसर एवं संबंधित महाविद्यालय में संचालन के लिए अनुमोदित किए गए. स्नातक तथा परास्नातक स्तर पर विद्यार्थियों के चयन के लिए माइनर इलेक्टिव पेपर अनुमोदित किए गए.
एकेडमिक सत्र 2023-24 से शुरू होंगे प्रस्तावित कोर्स
एकेडमिक सत्र 2023-24 आरंभ होने वाले 16 स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर नवीन पाठ्यक्रम विद्या परिषद द्वारा पारित किए गए.अधिकाधिक स्नातक परास्नातक एवं शोध पाठ्यक्रमों में भारतीय ज्ञान परंपरा का समावेश कर विद्या परिषद द्वारा अनुमोदित किए गए. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार स्नातक एवं परास्नातक स्तर पर जीवन विज्ञान, प्रौद्योगिकी सूक्ष्म विज्ञान ,भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र,गणित इत्यादि विषयों के संशोधित पाठ्यक्रम अनुमोदित हुए. बैठक में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ अनिल कुमार यादव, डीन एकेडमिक प्रोफेसर रोली शर्मा आदि मौजूद रहे. बैठक ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यम से आहूत की गई.