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CWG 2022: कॉमनवेल्थ गेम्स में फिर दिखा हरियाणा और पंजाब का दबदबा, झारखंड के सभी 8 खिलाड़ियों को मेडल

कॉमनवेल्थ गेम्स में झारखंड का प्रदर्शन 100 फीसदी रहा. यहां से लॉन बॉल्स में लवली, रूपा रानी, दिनेश, चंदन, सुनील बहादुर ने चुनौती दी और गोल्ड व रजत जीते. झारखंड की ओर से भारतीय महिला हॉकी टीम में खेल रही निक्की प्रधान, सलीमा टेटे व संगीता ने कांस्य पदक जीता.

कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games) का समापन हो गया है. भारत 22 गोल्ड, 16 रजत व 23 कांस्य सहित 61 मेडल जीत कर चौथे स्थान पर रहा. पिछली बार की तरह इस बार भी हरियाणा और पंजाब के खिलाड़ियों का जलवा रहा. झारखंड का भी प्रदर्शन 100 फीसदी रहा. यहां से लॉन बॉल्स में लवली, रूपा रानी, दिनेश, चंदन, सुनील बहादुर ने चुनौती दी और गोल्ड व रजत जीते. झारखंड की ओर से भारतीय महिला हॉकी टीम में खेल रही निक्की प्रधान, सलीमा टेटे व संगीता ने कांस्य पदक जीता. बंगाल का खाता वेटलिफ्टर अंचिता शेउली ने गोल्ड जीत कर खोला.

सबसे अधिक पदक पहलवानों ने जीते, एथलीटों ने भी चौंकाया

एथलेटिक्स में इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल किया. भारत ने कुल आठ पदक जीते, जिनमें एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक शामिल थे. पिछली बार भारत को एथलेटिक्स में कुल तीन पदक मिले थे. इस खेल में कमाल करने की वजह से ही भारत बहुत हद तक शूटिंग में कम हुए पदकों की भारपाई करने में कामयाब रहा. खासकर ट्रिपल जंप में भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल किया. एल्धोस पॉल और अब्दुल्ला अबूबकर पुरुषों की त्रिकूद में पहले दो स्थान हासिल किये.

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स्वर्ण पदकों की संख्या घटी, पर मेडल बढ़े

वेटलिफ्टिंग में भी हमेशा से ही भरपूर पदक मिलते रहे हैं और इस बार भी ऐसा ही हुआ. भारत को शुरुआती सभी पदक इसी खेल में आये. इस बार भारत ने वेटलिफ्टिंग में तीन स्वर्ण, तीन रजत और चार कांस्य पदक जीते. 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को वेटलिफ्टिंग में नौ पदक मिले थे, लेकिन स्वर्ण पदक की संख्या पांच थी, जो घटकर तीन रह गयी. हालांकि फिर भी इस खेल में 10 पदक जीते.

गोल्ड मेडल मुकाबले में दिखा भारत का दबदबा

बॉक्सिंग में भी इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने कमाल किया. भारत ने सात पदक जीते. 2018 में भारत को बॉक्सिंग में नौ पदक मिले थे. हालांकि स्वर्ण पदकों की संख्या में कोई बदलाव नहीं हुआ, लेकिन रजत पदकों की संख्या दो कम हो गयी.इस बार भारत ने तीन स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक जीते. 2018 में भारत ने तीन रजत, तीन कांस्य और तीन ही स्वर्ण पदक जीते थे.

मनिका ने किया निराश, शरत ने दिलाया गोल्ड

भारत ने इस बार टेबल टेनिस में भी सात पदक जीते. इसमें चार स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक शामिल थे. 2018 में भारत को इस खेल में आठ पदक मिले थे. इसमें तीन स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक शामिल थे. इस लिहाज से कुल पदकों की संख्या में एक की कमी आयी, लेकिन स्वर्ण पदक की संख्या एक बढ़ गयी. मनिका बत्रा इस बार कोई पदक नहीं जीत पायीं.

गोल्ड मेडलों की संख्या बढ़ी, प्रदर्शन में निखार

बैडमिंटन में इस बार भारत ने कुल छह पदक जीते. इसमें तीन स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक शामिल थे. भारत ने तीनों स्वर्ण कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के आखिरी दिन जीते. पीवी सिंधु और लक्ष्य सेन के अलावा सात्विक-चिराग की जोड़ी ने भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया. पिछली बार भी छह पदक मिले थे. इसमें दो स्वर्ण, तीन रजत व एक कांस्य शामिल था. इस बार स्वर्ण पदकों की संख्या बढ़ गयी है.

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पहली बार मिला मेडल, झारखंड का रहा जलवा

पहली बार भारत ने लॉन बॉल्स में स्वर्ण पदक जीतकर नया इतिहास रचा. एक पुलिस कॉन्स्टेबल, खेल शिक्षक और एक वन अधिकारी के मिलने से बनी महिला टीम ने स्वर्ण पदक हासिल किया. इनमें लवली चौबे, पिंकी, रूपा रानी तिर्की और नयनमोनी सैकिया शामिल थे. नवनीत सिंह, चंदन सिंह, सुनील बहादुर व दिनेश की पुरुषों की चौकड़ी ने रजत जीता. लॉन बॉल्स टीम में झारखंड के पांच खिलाड़ी शामिल थे.

खिलाड़ियों ने गोल्ड कोस्ट के सूखे को किया खत्म

भारत को इस बार हॉकी में दो पदक मिले. पुरुष और महिला दोनों टीमों ने पदक जीते. पहले महिला टीम ने कांस्य पदक हासिल किया. इसके बाद पुरुष टीम ने रजत पदक जीता. हालांकि दोनों टीमों को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा. भारत को अपने राष्ट्रीय खेल में स्वर्ण पदक जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया से पार पाना होगा. 2018 में भारत को हॉकी में कोई पदक नहीं मिला था.

जूडो में पहली बार जीते 3 पदक

जूडो में कुल तीन पदक जीते. इसमें दो रजत और एक कांस्य पदक शामिल हैं. खास बात यह है कि पिछली बार भारत को इस खेल में कोई पदक नहीं मिला था.

स्क्वॉश में निराशा

इस बार स्क्वॉश में दो पदक हासिल किये. दोनों कांस्य पदक थे. पिछली बार रजत पदक मिले थे.

पैरा पावरलिफ्टिंग और क्रिकेट में एक-एक पदक

भारत ने पैरा पावरलिफ्टिंग में भी एक पदक जीता. पहली बार महिला क्रिकेट को शामिल किया गया था और भारत ने रजत पदक जीता.

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