Commonwealth Games: बैडमिंटन मिक्स्ड टीम इवेंट में भारत को सिल्वर मेडल, फाइनल में मलेशिया ने हराया
मलेशिया ने फाइनल मुकाबले में भारत को 3-1 से हराया. इस मुकाबले में भारत के एकल खिलाड़ियों और मलेशिया की युगल जोड़ियों पर नजरें थी. भारत के एकल खिलाड़ी हालांकि अपने से कम रैंकिंग वाले प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाये जिससे भारत स्वर्ण पदक जीतने से चूक गया.
भारत को किदांबी श्रीकांत (Srikanth Kidambi) और युगल जोड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) की बैडमिंटन मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में मंगलवार को मलेशिया से हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा.
मलेशिया ने फाइनल में भारत को 3-1 से हराया
मलेशिया ने फाइनल मुकाबले में भारत को 3-1 से हराया. इस मुकाबले में भारत के एकल खिलाड़ियों और मलेशिया की युगल जोड़ियों पर नजरें थी. भारत के एकल खिलाड़ी हालांकि अपने से कम रैंकिंग वाले प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाये जिससे भारत स्वर्ण पदक जीतने से चूक गया. दूसरी तरफ मलेशिया की युगल जोड़ियां उम्मीद पर खरी उतरीं. सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की सातवें नंबर की जोड़ी सबसे पहले कोर्ट पर उतरी. इस जोड़ी को हालांकि दुनिया की छठे नंबर की टेंग फोंग आरोन चिया और वूई यिक सोह की जोड़ी के खिलाफ 18-21, 15-21 से हार झेलनी पड़ी.
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हार में भी चमकीं पीवी सिंधु
भारत को दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधु से वापसी दिलाने की उम्मीद थी. पूर्व विश्व चैंपियन सिंधु ने भारत को बराबरी तो दिला दी लेकिन महिला एकल में उन्हें दुनिया की 60वें नंबर की खिलाड़ी जिन वेई गोह को 22-20, 17-21 से हराने के दौरान काफी जूझना पड़ा.
किदांबी श्रीकांत ने किया निराश
दुनिया के 13वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत ने निराश किया. उन्होंने दुनिया के 42वें नंबर के खिलाड़ी एनजी टीजे योंग के खिलाफ पहला गेम 19-21 से गंवा दिया लेकिन अगले गेम में वापसी करते हुए 21-6 की एकतरफा जीत दर्ज की. श्रीकांत हालांकि तीसरे और निर्णायक गेम में लय कायम रखने में नाकाम रहे और 16-21 से हार गए जिससे भारत 1-2 से पिछड़ गया. कूंग ली पियर्ली टेन और मुरलीधरन थिन्नाह की दुनिया की 11वें नंबर की जोड़ी ने इसके बाद महिला युगल में त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद की 38वें नंबर की जोड़ी को 21-18, 21-17 से हराकर स्वर्ण पदक मलेशिया की झोली में डाल दिया। इस जीत से मलेशिया ने फिर से खिताब हासिल किया जो उसने चार साल पहले गोल्ड कोस्ट में भारत को गंवा दिया था. भारत को खिताब बरकरार रखने के लिए एकल और पुरुष युगल जोड़ी पर भरोसा था क्योंकि महिला युगल और मिश्रित युगल उसका कमजोर पक्ष था.