शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु (PV Sindhu) आसान जीत से राष्ट्रमंडल खेलों की महिला एकल स्पर्धा के प्री क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया.
पीवी सिंधु ने फातिमा नबाहा को केवल 21 मिनट में हराया
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने राउंड 32 के मुकाबले में मालदीव की फातिमा नबाहा अब्दुल रज्जाक को महज 21 मिनट में 21-4, 21-11 से हरा दिया. एकल में पिछले चरण की रजत पदक विजेता सिंधु को मुकाबले में जरा भी पसीना नहीं बहाना पड़ा जबकि फातिमा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था.
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दूसरे गेम में फातिका ने दिखाया दम, लेकिन सिंधु ने कर दिया पस्त
पहले गेम में सिंधु ने आक्रामकता बरते बिना ही मालदीव की प्रतिद्वंद्वी को पस्त कर दिया जिसमें उन्होंने अंक जुटाने के लिये ड्राप शॉट्स का इस्तेमाल किया. दूसरे गेम में फातिमा ने शुरू में थोड़ी चुनौती पेश की और वह सिंधु के साथ 9-9 की बराबरी पर थी क्योंकि भारतीय खिलाड़ी ने सहज गलतियों से अंक दे दिये थे. लेकिन फिर सिंधु ने ब्रेक तक 11-9 की बढ़त हासिल कर ली. इसके बाद उन्होंने आराम से अंक जुटाकर अंतिम 16 में जगह बनायी जबकि प्रतिद्वंद्वी केवल दो अंक ही बना सकी.
बैडमिंटन मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत को सिल्वर मेडल
भारत को किदांबी श्रीकांत और युगल जोड़ियों के निराशाजनक प्रदर्शन के कारण राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में मलेशिया के खिलाफ 1-3 की हार के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा. भारत के एकल खिलाड़ी हालांकि अपने से कम रैंकिंग वाले प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए जिससे भारत स्वर्ण पदक जीतने से चूक गया. दूसरी तरफ मलेशिया की युगल जोड़ियां उम्मीद पर खरी उतरीं. सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की सातवें नंबर की जोड़ी सबसे पहले कोर्ट पर उतरी. इस जोड़ी को हालांकि दुनिया की छठे नंबर की टेंग फोंग आरोन चिया और वूई यिक सोह की जोड़ी के खिलाफ 18-21, 15-21 से हार झेलनी पड़ी. भारत को दो बार की ओलंपिक पदक विजेता और दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी पीवी सिंधु से वापसी दिलाने की उम्मीद थी. पूर्व विश्व चैंपियन सिंधु ने भारत को बराबरी तो दिला दी लेकिन महिला एकल में उन्हें दुनिया की 60वें नंबर की खिलाड़ी जिन वेई गोह को 22-20, 17-21 से हराने के दौरान काफी जूझना पड़ा. दुनिया के 13वें नंबर के खिलाड़ी श्रीकांत ने निराश किया.