साइबर अपराधियों ने अपनाया ठगी का नया हथकंडा, पार्ट टाइम जॉब के नाम युवाओं से कर रहा स्कैम

साइबर अपराधी सोशल मीडिया व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पार्ट टाइम जॉब से संबंधित पंपलेट चिपका रहे हैं. इसमें लुभाने वाली बातें लिखी रहती हैं. इस वजह से बेरोजगार इसके जाल में फंस रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 1, 2023 9:45 AM
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Cyber Crime in Jharkhand: धनबाद साइबर अपराधी ठगी का रोज नया तरकीब अपना रहे हैं. इस वजह से लगातार सतर्कता के बाद भी लोग इसके शिकार हो रहे हैं. हाल में जो नया मामला सामने आया है वह है पार्ट टाइम जॉब के आफर का. दरअसल, साइबर अपराधी सोशल मीडिया व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पार्ट टाइम जॉब से संबंधित पंपलेट चिपका रहे हैं. इसमें लुभाने वाली बातें लिखी रहती हैं. इस वजह से बेरोजगार इसके जाल में फंस रहे हैं. हालात यह है कि हाल के दिनों में धनबाद के विभिन्न थाना में इस तरह की कई शिकायतें पहुंची हैं. दूसरी ओर जानकार कहते हैं कि जितने मामले पुलिस में आ रहे, उससे कई गुना ज्यादा मामले हो रहे हैं. इसे लेकर जागरूकता अभियान चलाने की बात कही गयी है.

झरिया के युवक के खाते से निकल गये 35 हजार रुपये

26 जून को धनबाद थाना क्षेत्र के हीरापुर का एक युवक ऐसे ही मामले में साइबर अपराधियों के झांसे में आ गया. प्राइवेट जॉब के नाम पर उसके खाते से 35 हजार रुपये की निकासी हो गयी. दूसरा मामला पुटकी थाना क्षेत्र में रहने वाला राहुल कुमार का है. वह धनबाद में रह कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है. उसके पास भी पार्ट टाइम जॉब के नाम पर मैसेज आया और लिंक पर क्लिक करते हीं उसके खाते से 22 हजार रुपये की निकासी हो गयी.

ठगों के वादे

साइबर अपराधी गिरोह खास कर स्टूडेंट्स हब के विभिन्न इलाकों में तरह-तरह के पंपलेट चिपका कर पार्ट टाइम जॉब का वादा करता है. एक से दो घंटे काम करने पर 500 से 1000 रुपये की कमाई का प्रलोभन दिया जाता है. यही नहीं सोशल मीडिया पर भी कई तरह के प्रलोभन दिये जाते हैं. जब युवा उनके द्वारा जारी नंबर पर संपर्क करते हैं तो उनसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर एक हजार रुपया लिया जाता है और उसके बाद बातों में फंसा कर सभी जानकारी ले लेते हैं. फिर उनके खाते से जमा राशि की निकासी शुरू हो जाती है.

इन बाताें का रखें विशेष ध्यान

किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक नहीं करें. पार्ट टाइम जॉब की पेशकश करने वाले मैसेज का जवाब नहीं दें. अगर गलती से जालसाजों को अपने बैंक खाते का विवरण दे दिया है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचना दें. अगर ठगी का शिकार हो गये हैं तो तुरंत साइबर कंट्रोल नंबर पर फोन कर जानकारी दें.

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