साइबर ठग अपराध करने के लिए रोज नये-नये तरीके ईजाद कर रहे हैं. एक कूरियर कंपनी के ग्राहक सेवा केंद्र पर फोन कर पार्सल डिलिवरी का स्थान बदलने के लिए कहने के बाद राजगांगपुर शहर में रहने वाली कृतिका अग्रवाल साइबर अपराधियों की शिकार बन गयी. साइबर अपराधियों ने उनके खाते से 99 हजार रुपये उड़ा लिये.
राजगांगपुर थाने में इसकी शिकायत के बाद पुलिस एक केस दर्ज कर जांच में जुटी है. जानकारी के अनुसार, कृतिका ने उत्तर प्रदेश के मोरादाबाद से कुछ सामान मंगवाया था तथा माल बेचने वाली कंपनी ने डिलिवरी नामक कूरियर कंपनी के मार्फत सात जनवरी को यह पार्सल मुरादाबाद से राउरकेला के लिए भेजा था.
पार्सल 15 जनवरी को राउरकेला पहुंचने पर इसे लेने के लिए उसके पिता ललित अग्रवाल 16 जनवरी को राउरकेला गये. उसी दिन कृतिका के भाई को भी राउरकेला के अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली थी. जब अस्पताल में यह बाद ललित ने अपने भतीजे को बताई तो उसने कूरियर कंपनी को फोन कर अस्पताल में ही पार्सल देने के लिए गूगल से उस कूरियर कंपनी के ग्राहक सेवा केंद्र का नंबर खोज उसको अपना अनुरोध जताया.
इसके तुरंत बाद एक नये नंबर से कृतिका के भाई के मोबाइल पर एक फोन आया तथा उसे एक एप डाउनलोड कर पांच रुपये शुल्क जमा करने के लिए कहा. कृतिका के मोबाइल पर आये एक फाइल से उसने एप को डाउनलोड कर लिया तथा बताये गये नंबर पर पांच रुपये भेजने की कोशिश की, लेकिन पैसे नहीं गये.
इस बीच उन्हें उसका पार्सल कूरियर कंपनी के कर्मचारी द्वारा अस्पताल पर दे दिये जाने के बाद सभी राजगांगपुर आ गये तथा सभी उस वाकये को भूल गये. दूसरे दिन यानी 17 तारीख की शाम को अचानक बैंक सहित एक नये नंबर से उसके पास उसके खाते से पैसे कटने के मैसेज आने लगे, जिस पर कृतिका को उसके साथ साइबर अपराध होने का अंदेशा हुआ तथा उसने तत्काल बैंक से संपर्क कर खाते को फ्रीज करा दिया.
उस ग्राहक सेवा एप को मोबाइल से हटाने के बाद उसके खाते में मौजूद बाकी करीब 40 हजार रुपये तो बच गये, लेकिन इससे पहले कुल 9 बार में 98897 रुपये उसके खाते से गायब हो चुके थे. शुक्रवार को बैंक से अपने खाते को अपडेट कराने के बाद कृतिका ने राजगांगपुर थाने में एक लिखित शिकायत की, जिसपर पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है.