ऑनलाइन ठगी: बूस्टर डोज लेने के चक्कर में कहीं आपका बैंक अकाउंट ना हो जाए खाली, जान लें बात
एसपी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर फ्रंट लाइन वर्कर्स व 60 वर्ष आयुवर्ग से ऊपर के लोगों को सरकार द्वारा बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इसी बूस्टर डोज के नाम पर साइबर ठगों के गिरोह सक्रिय हो गए हैं.
चरखी दादरी (हरियाणा) : साइबर ठगों ने अब नया तरीका निकाला है. वे लोगों को फोन कर कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचाव के लिए टीके का बूस्टर डोज लगवाने का झांसा दे रहे हैं. पंजीकरण कराने के लिए मोबाइल पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) भेजते हैं. यह ओटीपी बताते ही खाते से रकम उड़ा ली जा रही है. एसपी दीपक गहलावत ने जिले के लोगों से बूस्टर डोज रजिस्ट्रेशन के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह से सावधान रहने की अपील की है.
एसपी ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर फ्रंट लाइन वर्कर्स व 60 वर्ष आयुवर्ग से ऊपर के लोगों को सरकार द्वारा बूस्टर डोज लगाई जा रही है. इसी बूस्टर डोज के नाम पर साइबर ठगों के गिरोह सक्रिय हो गए हैं. साइबर ठगों ने बूस्टर डोज को नया हथियार बना लिया है. पुलिस अधीक्षक ने लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में फोन पर एक कॉल आती है. कॉल करने वाला व्यक्ति लोगों को पहले लगी दोनों डोज की तारीख व स्थान सही-सही बताता है.
इसके बाद कॉल करने वाला व्यक्ति कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से बचने के लिए तीसरी बूस्टर डोज लगाने का आग्रह करता है और साथ ही बूस्टर डोज के लिए समय व स्थान भी बताते हुए कहता है कि रजिस्ट्रेशन के नाम पर मोबाइल पर एक ओटीपी भेजा जा रहा है. कॉल करने वाला व्यक्ति ओटीपी पूछता है और ओटीपी बताते ही खाते से राशि निकाल ली जाती है.
पुलिस अधीक्षक ने लोगों से आह्वान किया कि वे किसी भी स्थिति में ओटीपी को किसी के साथ शेयर न करें. यह एक नया किस्म का फ्रॉड है. उन्होंने कहा कि साइबर ठगी से संबंधित शिकायतों के लिए सरकार द्वारा टोल फ्री नंबर 155260 भी जारी किया गया है.
Posted By : Amitabh Kumar