Cyber Fraud: बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय के पीजी में एडमिशन प्रकिया बंद हो चुकी है. दूसरी ओर पीजी में पिछले दरवाजे से नामांकन कराने के नाम पर ठग-दलाल सक्रिय हैं. ये ठग-दलाल दावा कर रहे हैं कि कम अंक के बावजूद वे नामांकन करा देंगे. ऐसे लोगों ने कई छात्रों से संपर्क किया. एक छात्र ने प्रभात खबर को ठग का मोबाइल नंबर उपलब्ध कराया है. इसके बाद प्रभात खबर ने उक्त ठग से बात की. बातचीत की पूरी रिकॉर्डिंग प्रभात खबर के पास उपलब्ध है.
ठग खुद को बलियापुर स्थित एक कॉलेज का शिक्षक बता रहा है. वह अपना नाम बंगाली महतो बताता है. उसका मोबाइल नंबर 8350032835 है. बता दें कि विवि में पांचवीं मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद सात जनवरी तक अंतिम नामांकन लिया गया था. इसके बाद नौ से 12 जनवरी तक वेटिंग लिस्ट में शामिल छात्रों को नामांकन लेने का मौका दिया था. 12 जनवरी से नामांकन प्रक्रिया पूरी तरह से बंद है. लेकिन यह ठग-दलाल अभी नामांकन कराने के लिए भाग-दौड़ कर रहे छात्रों को ठगने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
रिपोर्टर : सर मुझे बीबीएमकेयू में पीजी फिजिक्स में ए़डमिशन लेना है, आपका नंबर मिला है, आप कम नंबर पर भी एडमिशन करा देते हैं.
बंगाली : मेरा नंबर तुम्हें किसने दिया है ?
रिपोर्टर : सर सोनी मैम (काल्पनिक नाम) से आपका नंबर मिला है.
बंगाली : कौन सोनी ?
रिपोर्टर : सर, उन्होंने बताया है कि सिर्फ आप ही कम अंक के बाद भी पीजी में एडमिशन करा सकते हैं.
बंगाली : एडमिशन तो होता है, लेकिन मुझे अभी बात करना होगा. तुमने अपना पेपर मुझे दिया है?
रिपोर्टर : सर मैंने अभी तक अपना पेपर आपको नहीं दिया है?
बंगाली : तब हम कैसे कराएंगे?
रिपोर्टर : सर पहले बता दीजिए कि कितना पैसा लेगा ?
बंगाली : किस में तुमको एडमिशन लेना है?
रिपोर्टर : फिजिक्स पीजी में, लेकिन नंबर कम है.
बंगाली : किस जाति से है तुम?
रिपोर्टर : सर हम जेनरल कैटेगरी से हैं. मेरा केवल 61 परसेंट अंक है. कैसे होगा.
बंगाली : देखो पहली लिस्ट के बाद सब अंदर से एडमिशन होता है. अंदर में सेटिंग करना होता है. हम लोग अंदर से सेटिंग करवाते हैं. इस में 15 हजार रुपया लग जायेगा.
रिपोर्टर : सर कितना लगेगा ?
बंगाली : 15 हजार रुपये लगेगा, एडमिशन करना है, तो 14 तारीख तक झरिया में पुराना आरएसपी कॉलेज पैसा लेकर आ जाओ. तुमको सुबह आठ बजे तक आ जाना होगा.
रिपोर्टर : सर, आधा पैसा देने से नहीं चलेगा?
बंगाली : इस काम में आधा नहीं होता है. एक बार में पूरा पैसा देना होगा. सबको हिस्सा देना होता है.
रिपोर्टर : ठीक है सर. आ जाएंगे सर, लेकिन 11 बजे दिन में आयेंगे.
बंगाली : अरे नहीं बाबा, जो वहां पैसा लेगा वह आरएसपी कॉलेज में काम करता है. उसका यूनिवर्सिटी में अंदर तक सेटिंग है. सुबह नौ बजे वह कॉलेज चला जाता है.
रिपोर्टर : ठीक है सर आ जायेंगे. लेकिन वह आरएसपी कॉलेज, जो बेलगरिया में चल गया है. उसी में काम करते हैं?
बंगाली : हां बाबा, वह बहुत पहुंच वाला आदमी है.
रिपोर्टर : सर उनका नाम क्या है?
बंगाली : उनके नाम से तुमको क्या मतलब है, तुमको काम से मतलब होना चाहिए. और सुनो, तुमको पैसा के साथ सब डॉक्यूमेंट का जेरॉक्स भी लाना होगा. अब तक कई लोगों का एडमिशन करा दिया है.
रिपोर्टर : ठीक है सर हम 14 को आते हैं.
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विवि में पीजी में नामांकन अब बंद हो गया है. इसके बाद भी कोई नामांकन के नाम पर छात्रों को ठग रहा है. तो छात्रों को इनसे बचना होगा. छात्रों को यह समझना चाहिए कि ऐसे ठग उनका एडमिशन नहीं कर सकते हैं. विवि में नामांकन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है. यहां एडमिशन चांसलर पोर्टल के माध्यम से लिया जाता है. पूरी मेरिट लिस्ट विवि की वेबसाइट पर अपलोड है. कोई भी यहां देख सकता है कि मेरिट के बिना किसी का भी चयन नहीं किया गया है.
-प्रो शुकदेव भोइ, कुलपति, बीबीएमकेयू