Jharkhand News: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने शनिवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष को बसपा सांसद दानिश अली के अशोभनीय आचरण और टिप्पणियों की भी जांच करनी चाहिए. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को लिखे पत्र में दुबे ने अली पर गुरुवार को लोकसभा में बिधूड़ी के भाषण के दौरान टोका-टोकी करने और अप्रिय टिप्पणियां करने का आरोप लगाया. कहा कि उनके ऐसा करने का मकसद बिधूड़ी को उकसाना था कि वह अपना धैर्य खो दें.
गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया कि अली ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बहुत ही आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी की थी. उन्होंने दावा किया कि अली ने ‘नीच’ शब्द का इस्तेमाल किया, जो किसी भी देशभक्त जन प्रतिनिधि के लिए अपना संयम खो देने और ऐसी अशोभनीय शब्द बोल कर उनके जाल में फंस जाने के लिए काफी है. दुबे ने स्पष्ट शब्दों में बिधूड़ी की टिप्पणियों की निंदा करते हुए कहा कि कोई भी सभ्य समाज उन्हें सही नहीं ठहरा सकता. उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा के नियमों के तहत किसी सांसद को आवंटित समय के दौरान उनके बोलते वक्त टोकने, बैठे-बैठे बोलने और लगातार टीका-टिप्पणी करने के लिए भी सजा का प्रावधान है.
दुबे ने कहा कि यदि बिधूड़ी ने अनुपयुक्त आचरण किया है, तो अली एवं अन्य सदस्यों ने भी समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाया. दुबे ने लोस अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा कि मैं आपसे उक्त चर्चा के दौरान विभिन्न सदस्यों द्वारा कही गयी बातों की जांच के लिए एक जांच समिति बनाने का अनुरोध करता हूं. मेरा अनुरोध है कि यह समिति सदन में अपनी टिप्पणियों से हमारे नागरिकों को उकसाने को लेकर विभिन्न अन्य सांसदों की अभियोज्यता की सीमा की भी जांच करे. डॉ दुबे ने अली पर गुरुवार को लोकसभा में बिधूड़ी के भाषण के दौरान टोका-टोकी करने और अप्रिय टिप्पणियां करने का आरोप लगाया.
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