Dantewada Attack: खाली हो गया था गांव, सड़क पर पसरा था सन्नाटा.. इस तरह घटना को नक्सलियों ने दिया अंजाम
Dantewada Attack: दंतेवाड़ा से जवानों को लेने के लिए अरनपुर जा रहा था, तो उन्होंने कई अस्थायी बाधाओं को देखा था. ड्राइवर ने बताया जाते समय किसी उत्सव के लिए बच्चे चंदा इकट्ठा कर रहे थे. वहीं, करीब 90 मिनट बाद वापसी के दौरान सड़क पूरी तरह सुनसान हो गई थी. कोई भी वहां मौजूद नहीं था.
Dantewada Attack: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बीते दिन हुए नक्सली विस्फोट में सुरक्षाबल के 10 जवान शहीद हो गए हैं. एक वाहन चालक की भी मौत हो गई. नक्सलियों ने अरनपुर थाना क्षेत्र में बारूदी सुरंग में विस्फोट कर घटना को अंजाम दिया. वहीं, दंतेवाड़ा आईईडी विस्फोट में कुछ पल पहले ही बच निकलने वाले एक ड्राइवर ने बताया कि घटना दिल दहला देने वाली थी. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक नक्सली हमले के संकेत मिले थे, लेकिन हमने उसे नजरअंदाज कर दिया. इस घटना में छत्तीसगढ़ पुलिस के 10 जवान शहीद हो गये थे.
सुनसान हो गया था इलाका: टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, जब काफिला दंतेवाड़ा से जवानों को लेने के लिए अरनपुर जा रहा था, तो उन्होंने कई अस्थायी बाधाओं को देखा था. ड्राइवर ने बताया जाते समय किसी उत्सव के लिए बच्चे चंदा इकट्ठा कर रहे थे. वहीं, करीब 90 मिनट बाद वापसी के दौरान सड़क पूरी तरह सुनसान हो गई थी. कोई भी वहां मौजूद नहीं था. गौरतलब है कि 2021 के बुरकापाल नरसंहार में भी जब सीआरपीएफ जवान वापस लौट रहे थे तब उनके रास्ते के गांव खाली हो गए थे और माओवादियों के घेरने से पहले पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया था.
खाली वाहन देखकर ताड़ गये थे नक्सली: ड्राइवर ने बताया कि खाली वाहनों को जाते देख माओवादियों के लुकआउट्स को पता चल गया था कि ये खाली वाहन जवानों को वापस लाने जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि वापसी के लिए भी उसी रास्ते का इस्तेमाल करने के दुखद परिणाम हुए. ड्राइवर ने बताया कि नक्सली ताड़ गये थे कि जवानों को लेकर भी इसी रास्ते से काफिला गुजरेगा.
ताक में बैठे थे नक्सली: गौरतलब है कि डिस्ट्रिक्ट रिजर्व फोर्स के जवान खास ऑपरेशन पर निकले हुए थे. इस बात की आशंका जताई जा रही है कि नक्सलियों को जवानों के मूवमेंट की खबर मिल गई थी. जिसके बाद नक्सलियों जवानों से भरी गाड़ी को आईईडी से उड़ाकर इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया.