Agra News: सॉल्वर गैंग के मोबाइल से डाटा हुआ डिलीट, चौकी इंचार्ज निलंबित, जानें पूरा मामला
आगरा में कुछ दिन पहले सर्विलांस टीम ने सॉल्वर गैंग को दबोचा था. लेकिन सॉल्वर गैंग को बचाने में अब पुलिस के ही कुछ लोगों की भूमिका सामने आई है. इसके बाद उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई. ऐसे में पुलिस के अधिकारी द्वारा एक चौकी इंचार्ज को इस मामले में निलंबित कर दिया है.
आगरा में कुछ दिन पहले सर्विलांस टीम ने सॉल्वर गैंग को दबोचा था. लेकिन सॉल्वर गैंग को बचाने में अब पुलिस के ही कुछ लोगों की भूमिका सामने आई है. सॉल्वर गैंग के मोबाइल का डाटा पुलिस कर्मी द्वारा डिलीट कर दिया गया. इसके बाद उच्च अधिकारियों से शिकायत की गई. ऐसे में पुलिस के अधिकारी द्वारा एक चौकी इंचार्ज को इस मामले में निलंबित कर दिया है. और पूरे मामले की जांच अब एसीपी एत्मादपुर कर रहे हैं. प्राप्त जानकारी के अनुसार एत्मादपुर में पुलिस और सर्विलांस टीम ने शुक्रवार को एक सॉल्वर गैंग को धर दबोचा था. गैंग में फिरोजाबाद निवासी आकाश, बाह निवासी सत्येंद्र सिंह, टूंडला निवासी राजू उर्फ राजीव, सिकंदरा सुनारी गांव निवासी कीर्ति प्रधान व राम अवतार और नगला रामबख्श निवासी अजय यादव को गिरफ्तार किया था. वहीं इस मामले में फिरोजाबाद निवासी रोहित और इटावा निवासी जीतू पुलिस की पकड़ में नहीं आए थे और भाग निकले थे. पुलिस ने जो आरोपी गिरफ्तार किए उनके पास से 36 आधार कार्ड, 17 प्रवेश पत्र, बायोमेट्रिक मशीन, कलर प्रिंटर, लैपटॉप सहित अन्य सामान बरामद किया था और पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई थी.
अब मामले की जांच एसीपी एत्मादपुर करेंगे
सॉल्वर गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार करने के बाद सर्विलांस टीम आरोपियों को छलेसर चौकी पर लेकर आई थी. पुलिस गिरफ्त में आरोपियों को छोड़कर टीम खाना खाने चली गई थी. कुछ देर बाद जब टीम के लोग वापस आए तो उन्होंने देखा कि आरोपियों से बरामद किए गए मोबाइल का डाटा डिलीट हो चुका है. टीम ने काफी जांच पड़ताल की और जब उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्होंने इस बात की सूचना उच्च अधिकारियों को दी. वहीं बताया जा रहा है कि इस मामले में छलेसर चौकी पर तैनात एक सिपाही के संलिप्त होने की सूचना सामने आ रही है. सिपाही की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. और बताया गया कि उसके पास पुलिस लाइन से एक सिपाही का फोन आया था. इसके बाद ही मोबाइल का डाटा डिलीट किया गया है. फोन करने वाले सिपाही के संबंध पकड़े गए आरोपी कीर्ति प्रधान से है. हालांकि अभी पुलिस इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. वहीं डीसीपी पश्चिमी जोन सोनम कुमार ने प्रथम दृष्टया चौकी इंचार्ज की लापरवाही मानते हुए छलेसर चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया है. और इस पूरे मामले की जांच एसीपी एत्मादपुर को सौंप दी गई है.