आगराः डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालयों में 2019 के एमबीबीएस के उन छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है. जिनके पुणे परीक्षा के चारों मौके खत्म हो चुके थे. ऐसे करीब 7 से 8 बच्चे आगरा के महाविद्यालयों के शामिल हैं. विश्वविद्यालय में सोमवार को परीक्षा समिति की बैठक की गई. इस बैठक में नेशनल मेडिकल काउंसिल एनएमसी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार परीक्षा में असफल हो रहे, छात्र छात्राओं को मर्सी अटेम्प्ट प्रदान किया गया है.
जिसमें मेन और तीन बार सप्लीमेंट्री में फेल होने वाले छात्र-छात्रा एक बार और परीक्षा दे सकते हैं. वहीं विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक में जिलेवार उड़न दस्ते के गठन की संस्तुति की गई है साथ ही बताया गया है कि यह उड़नदस्ता परीक्षा केंद्रों पर नकल की सूचना मिलने पर मौके पर जाकर तथ्यों की जांच पड़ताल करेगा.
बता दें विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालय में एमबीबीएस करने वाले वर्ष 2019 के करीब 7 से 8 छात्र छात्राओं की पढ़ाई कोविड के चलते प्रभावित हुई थी. जिसके बाद आगरा सहित देश के कई जिलों के एमबीबीएस के तमाम छात्र छात्राएं दिल्ली स्थित नेशनल मेडिकल काउंसिल पर पहुंचे और अपनी समस्या के बारे में काउंसिल को बताया. जिसके बाद नेशनल मेडिकल काउंसिल की सिफारिश पर विश्वविद्यालय ने ऐसे छात्र छात्राओं को मर्सी अटेम्प्ट दिया है. जिसके तहत बच्चे एक बार और सप्लीमेंट्री दे सकेंगे.
वहीं विश्वविद्यालय में हुई परीक्षा समिति की बैठक में कई परीक्षा केंद्रों पर नकल के मामले सामने आने के बाद जिलेवार उड़न दस्ते का गठन किया गया है. विवि के खंदारी परिसर में बनाए गए सीसीटीवी कंट्रोल रूम में अगर किसी भी परीक्षा केंद्र पर नकल की शिकायत मिलती है या परीक्षा संदेहास्पद पाई जाती है तो उड़न दस्ते को संबंधित परीक्षा केंद्र पर भेजा जाएगा. जिसके बाद उड़नदस्ता विश्वविद्यालय को वस्तु स्थिति से अवगत कराएगा. जिसके बाद संबंधित परीक्षा केंद्र व संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.