गिरिडीह में ईंट भट्टे के पास संदेहास्पद स्थिति में मिला चार मजदूरों का शव, परिजनों ने किया सड़क जाम
शव मिलने को लेकर पुलिस के खिलाफ परिजनों में नाराजगी व्याप्त है. गावां पुलिस दोनो शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी है साथ ही जांच में जुट गई है. बता दें कि आज सुबह ही तिसरी थाना इलाके के बाघमारी गावं में भी संचालित ईंट भट्ठा के समीप दो मजदूरों का शव पाया गया है.
गिरिडीह/गावां. गावां थाना क्षेत्र के परसौनी में संचालित एक बंगला ईट भट्टा में दो मजदूरों का शव मिला है. शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है वहीं तरह तरह के चर्चे हो रहे हैं. वहीं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. एव शव मिलने को लेकर पुलिस के खिलाफ परिजनों में नाराजगी व्याप्त है. गावां पुलिस दोनो शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी है साथ ही जांच में जुट गई है. बता दें कि आज सुबह ही तिसरी थाना इलाके के बाघमारी गावं में भी संचालित ईंट भट्ठा के समीप दो मजदूरों का शव पाया गया है.
ग्रामीणों में कई तरह के चर्चे
इधर बताया गया कि गावां थाना क्षेत्र के हरला निवासी केसर राजवंशी का 27 वर्षीय पुत्र संजय राजवंशी व जमडार निवासी केलू मुर्मू का 30 वर्षीय पुत्र सुरेश मुर्मू है. जानकारी के अनुसार दोनों मृतक परसौनी स्थित संजय यादव के बंगला ईट भट्ठे में मजदूरी का कार्य किया करते थे. रविवार की अहले सुबह दोनो मजदूरों का शव ईट भट्ठे में मिला. जिसके बाद ग्रामीणों में कई तरह के चर्चे होने लगे. लोग अपने अपने अंदाजे लगा रहे हैं. कोई कह रहा है कि दोनों की मौत भट्टा में आग लगने के बाद दम घुटने से हुई है. तो कोई दोनो मजदूरों को मार कर भट्ठे में फेंक दिए जाने की बात कर रहा है.
पोस्टमार्टम पर भेजे जाने के लिए कड़ी आपत्ति
इधर जब संजय राजवंशी के परिजनों व जिला परिषद सदस्य पवन चौधरी को घटना की जानकारी मिली तो वे गावां थाना पहुंच कर बिना परिजनों को सूचना दिए पोस्टमार्टम पर भेजे जाने के लिए कड़ी आपत्ति जताए. जिसे लेकर थाना परिसर में थाना प्रभारी के साथ कई सवाल जवाब भी किया गया. इसके पश्चात नाराज सभी परिजन व ग्रामीण गावां सतगावां मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर दिए.
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मृत्यु होने की जानकारी काफी देर बाद मिली
जानकारी देते हुए मृतक संजय परिजनों ने बताया कि उनके पुत्र की मृत्यु होने की जानकारी काफी देर बाद उन्हें मिली है. उनका पुत्र संजय यादव के इट भट्टा में मजदूरी का कार्य करता था. उसकी मौत कैसे हुई इसका उन्हे कोई जानकारी नहीं है किंतु उन्हे आशंका है कि उनके पुत्र को कोई मार डाला है. साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस बिना उन्हे बुलाए या जानकारी दिए ही उनके बेटे के शव को पोस्टमार्टम में भेज दी है. खबर लिखे जाने तक मृतक संजय के परिजनों द्वारा गावां सतगावां मुख्य मार्ग को अवरुद्ध कर पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की जा रही थी.