गोपालगंज : बिहार के गोपालगंज के सदर अस्पताल की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदहाल होती जा रही है. जिसके कारण यहां पर इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को खासे परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ा. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में रविवार को एक अज्ञात शव 24 घंटे से अधिक समय तक बेड पर पड़ा रहा. जिसे न तो इमरजेंसी से बाहर किया जा रहा था और न ही उसके पोस्टमार्टम की प्रक्रिया ही शुरू की जा रही थी. इस दौरान अज्ञात शव के बीच ही मरीजों का इलाज चलते रहा.
शव के बगल वाले बेड पर मरीजों को इलाज कराने में काफी असहजता महसूस हो रही थी. बावजूद अस्पताल प्रशासन इस मामले को लेकर गंभीर नहीं दिखा.मीरगंज शहर में एक सप्ताह पहले एक अज्ञात युवक बेहोशी के हालत में पड़ा हुआ था. लोगों का मानना था कि वह युवक कोरोना जैसे महामारी में असाध्य बीमारी का शिकार हो गया होगा. जिसकी सूचना मिलने के बाद स्थानीय थाना पुलिस मौके पर पहुंची तथा उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
इलाज शुरू होने के सात दिन बाद उस अज्ञात युवक की मौत हो गयी. जिसके बाद शव इमरजेंसी में ही पड़ा रहा. इस दौरान इमरजेंसी वार्ड में शव के उपर कपड़ा तक नहीं ढंका गया था, जिसके कारण इलाज कराने को पहुंचने वाले मरीज व उनके परिजन अपने आप को काफी असहज महसूस कर रहे थे. मरीज व उनके परिजनों का कहना था कि मृतक के शव को वार्ड से बाहर किया जाये, ताकि उसके दुर्गंध से भी बचा जाये तथा इलाज कराने में असहजता भी महसूस न हो.