बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली में बुखार बेकाबू हो गया है. यहां के अस्पतालों में इलाज के दौरान लगातार मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पताल के वार्ड फुल हो चुके हैं. बरेली में सबसे अधिक डेंगू, मलेरिया के मरीज सामने आ रहे हैं. बरेली में 100 से अधिक लोगों की डेंगू समेत अन्य बुखार से मौत हो चुकी है. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की रिपोर्ट कुछ और ही है. बरेली देहात के आंवला, फरीदपुर, नवाबगंज, मीरगंज और बहेड़ी में भी डेंगू बुखार के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है. डेंगू मरीजों की प्लेटलेट्स लगातार घट रही हैं. जिसके चलते ब्लड बैंकों के बाहर मरीज के तीमारदारों की ब्लड लेने को लंबी लाइन लगी हैं. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग भी बुखार के मरीजों की जांच करा रहा है. उनके आंकड़ों के मुताबिक डेंगू के 200 से अधिक मरीज मिले हैं. लेकिन, हकीकत कुछ और ही है.
बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद पैथोलॉजी लैब में ब्लड जांच को भी तीमारदारों की लंबी लाइन लगी है. लेकिन, कई लैब की रिपोर्ट भी संदिग्ध के रूप में सामने आई है. हर लैब की रिपोर्ट अलग-अलग आ रही है. ब्लड की रिपोर्ट भी लोगों में खौफ पैदा कर रही है. पिछले 2 महीने से बरेली में बुखार से लोग परेशान हैं.
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बरेली देहात के मझगवा विकासखंड के राजपुर कला गांव निवासी सेवानिवृत शिक्षक लखपत सिंह यादव की बुखार से मौत हो गई. उनको डॉक्टर ने डेंगू बताया था. मृतक के परिवार में भी कई लोग बुखार से पीड़ित हैं, उनका इलाज चल रहा है.
बुखार आने पर तुरंत फिजिशियन को दिखाएं. इसके साथ ही अपने कमरे को अच्छी तरह हवादार रखें. घर और आस पास गंदा पानी न जमा होने दें. गुनगुने पानी से स्नान करने से भी शरीर के तापमान को कम करके बुखार के लक्षणों से अस्थायी राहत मिल सकती है. घर से बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करें.
रिपोर्ट-मुहम्मद साजिद, बरेली