सतर्क: बिहार में परिवार के लिए काल साबित हुआ विवाह समारोह, प्रशासनिक पदाधिकारी समेत अब तक चार की मौत

कोरोना काल में गाइडलाइन का उल्लंघन कर विवाह समारोह आयोजित करना एक परिवार के लिए काल सावित हो रहा है. दरभंगा शहर के मिर्जापुर मोहल्ला में 16 अप्रैल को आयोजित विवाह समारोह में भाग लेने वालों में से अबतक चार लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. कई लोग इलाजरत बताये गये हैं. शादी चहुटा निवासी विपिन विहारी चौधरी की पुत्री की हुई थी. इस समारोह में भाग लेने वाले पंचोभ के संबंधी संपूर्णानंद चौधरी की शनिवार को एक निजी अस्पताल में कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी. एक-एक कर चार संबंधियों की मौत से विपिन बूरी तरह से टूट चुके हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | May 11, 2021 12:18 PM

कोरोना काल में गाइडलाइन का उल्लंघन कर विवाह समारोह आयोजित करना एक परिवार के लिए काल सावित हो रहा है. दरभंगा शहर के मिर्जापुर मोहल्ला में 16 अप्रैल को आयोजित विवाह समारोह में भाग लेने वालों में से अबतक चार लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. कई लोग इलाजरत बताये गये हैं. शादी चहुटा निवासी विपिन विहारी चौधरी की पुत्री की हुई थी. इस समारोह में भाग लेने वाले पंचोभ के संबंधी संपूर्णानंद चौधरी की शनिवार को एक निजी अस्पताल में कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी. एक-एक कर चार संबंधियों की मौत से विपिन बूरी तरह से टूट चुके हैं.

संपूर्णानंद चौधरी का शव लेकर भीगो शमशान स्थल पर पहुंचे विपिन ने बताया कि कोरोना काल में शादी का आयोजन परिवार के लिए काल साबित हो गया. एक-एक कर चार संबंधी अब तक मर चुके हैं. बताया कि शादी के चौथे दिन पटना में भतीजा की मौत हो गयी. 10 दिन बाद रविशंकर चौधरी (बिहार प्रशासनिक सेवा) चल बसे. चार दिन पहले रविशंकर चौधरी के बलभद्रपुर निवासी चाचा की मौत हो गयी. आज पंचोभ निवासी ससुर का देहांत हो गया.

सतर्क: बिहार में परिवार के लिए काल साबित हुआ विवाह समारोह, प्रशासनिक पदाधिकारी समेत अब तक चार की मौत 2

चालक ने विपिन को निजी अस्पताल में संक्रमित लाश के साथ एंबुलेंस में बैठा दिया. हालात के मारे विपिन ने बिना किसी प्रतिकार के चालक की बात मान संक्रमित लाश के साथ गाड़ी में बैठ गये. बताया कि भीगो तक का किराया तीन हजार बताया गया पर 9500 रुपया वसूल लिया गया. एंबुलेंस चालक की मनमानी की जब वे शिकायत कर रहे थे तब शमशान में बहादुरपुर प्रखंड के बीडीओ व कबीर सेवा संस्थान के संरक्षक नवीन सिन्हा भी मौजूद थे.

Also Read: ‘…हां मैं अपराधी हूं, दे दो फांसी, लेकिन…’, जानें गिरफ्तारी के बाद क्या बोले पप्पू यादव

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version