बंगाल में कोरोना से मृतकों की संख्या में 11 का हो गया इजाफा, मुख्य सचिव ने कहा- एक दिन में नहीं मरे इतने लोग
कोरोना से होने वाली मौत में 11 का इजाफा हो गया है. लिहाजा कोरोना से मृतकों की संख्या कुल 33 हो गयी है. बुधवार तक कोरोना से 22 लोगों की मौत की सूचना राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने दी थी. हालांकि श्री सिन्हा ने यह स्पष्ट किया कि एक ही दिन में 11 लोगों की मौत नहीं हुई है. मौत का आंकड़ा पिछले 24 घंटों में कमोबेश दो का ही होगा. लेकिन मौत की जांच कर रही कमेटी ने आंकड़े को अब 33 कर दिया है. कमेटी ने अब तक 105 मामलों की जांच की है. इनमें से 33 सीधे कोरोना की वजह से और बाकी 72 मौतों को 'कोमॉर्बिडी वजहों' से हुई करार दिया है.
कोलकाता : कोरोना से होने वाली मौत में 11 का इजाफा हो गया है. लिहाजा कोरोना से मृतकों की संख्या कुल 33 हो गयी है. बुधवार तक कोरोना से 22 लोगों की मौत की सूचना राज्य के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने दी थी. हालांकि श्री सिन्हा ने यह स्पष्ट किया कि एक ही दिन में 11 लोगों की मौत नहीं हुई है. मौत का आंकड़ा पिछले 24 घंटों में कमोबेश दो का ही होगा. लेकिन मौत की जांच कर रही कमेटी ने आंकड़े को अब 33 कर दिया है. कमेटी ने अब तक 105 मामलों की जांच की है. इनमें से 33 सीधे कोरोना की वजह से और बाकी 72 मौतों को ‘कोमॉर्बिडी वजहों’ से हुई करार दिया है.
Also Read: राज्यपाल जगदीप धनखड़ का सरकार पर हमला, कहा – ओछी राजनीति कर रहीं ममता, मीडिया को धमकाना बंद करें
कमेटी ने कई सुझाव भी राज्य सरकार को दिये हैं. इनमें मरीज की चिकित्सा पद्धति के रिकॉर्ड को भलीभांति दर्ज करना. मृत्यु के तत्काल, ‘एंटीसेंडिटक’ और ‘ अंडरलाइन ‘ कारणों का उल्लेख करना होगा. चिकित्सा की अवधि, स्टैंडर्ड इनवेस्टिगेशन आदि का भी उल्लेख करना होगा. कमेटी के सुझाव के आधार पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पतालों के लिए गाइडलाइन जारी की जायेगी. कमेटी का कार्य जारी रहेगा.
बंगाल में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर हुई 572
श्री सिन्हा ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 37 नये मरीज सामने आये हैं और 15 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद छोड़ दिया गया है. जिससे कुल सक्रिय संक्रमितों की तादाद 572 हो गयी है. अब तक कुल 139 लोगों को स्वस्थ होने पर छोड़ा गया है. पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 1905 सैंपल टेस्ट किये गये हैं. अब तक 16,525 टेस्ट किये जा चुके हैं. टेस्ट का कन्फर्मेशन रेट पांच फीसदी से घटकर 4.6 फीसदी हो गया है. यानी प्रति 100 लोगों का टेस्ट करने पर 4.6 लोग संक्रमित पाये जा रहे हैं. राज्य में प्रति लाख व्यक्तियों के लिए टेस्ट की तादाद भी 161 से बढ़कर 183 हो गयी है. जो नये 37 केस आये हैं वह कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना व हुगली से आये हैं. कोलकाता, हावड़ा और हुगली से 80 फीसदी से अधिक मामले देखे जा रहे हैं.
Also Read: कोटा से बंगाल के 2368 छात्रों की वापसी शुरू, शुक्रवार को कोलकाता पहुंचने की संभावना
आठ जिलों में नहीं मिला कोरोना का एक भी मामला
आठ जिले ग्रीन जोन में यानी कोविड-19 मुक्त हैं. रेड जोन में अभी भी कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर हैं. दो जिलों से पिछले 25 दिनों में कोई मामला सामने नहीं आया है. तीन जिलों में पिछले 12 दिनों से और अन्य दो जिलों से पिछले सात दिनों में कोई मामला सामने नहीं आया है. कहा जा सकता है कि संक्रमण की रोकथाम में कुछ हद तक कामयाबी है लेकिन कामयाबी का ढिंढोरा पीटना जल्दीबाजी होगी. राज्य में अभी भी कुल 444 कंटेनमेंट जोन हैं. कोलकाता में ही 264, उत्तर 24 परगना में 70 और हावड़ा में ऐसे 72 कंटेनमेंट जोन हैं.
श्री सिन्हा ने बताया कि गृह क्वारेंटाइन में रहने वाले 8972 लोगों को पिछले 24 घंटे में क्वारेंटाइन से मुक्त किया गया है. उनमें रहने वालों की तादाद घट कर 10773 रह गयी है. उन्होंने यह भी बताया कि कई संस्थाएं सामने आयी हैं, जिन्होंने आवेदन किया है कि सरकारी क्वारेंटाइन में रहने वाले उनकी संस्थाओं के लोगों के लिए वह खुद प्रबंध करना चाहती हैं. राज्य सरकार को इससे आपत्ति नहीं है. सरकार केवल यही चाहती है कि क्वारेंटाइन का मतलब संपूर्ण आइसोलेशन हो. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कोविड अस्पतालों की संख्या 66 से एक बढ़ कर 67 हो गयी है.
दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए बनेगी विस्तृत योजना
श्री सिन्हा ने कहा कि दूसरे राज्यों में फंसे बंगाल के श्रमिकों व अन्य लोगों की वापसी के संबंध में श्री सिन्हा ने कहा कि इसके लिए विस्तृत योजना बनाने की जरूरत है. जिन राज्यों से वह आयेंगे वहां टेस्टिंग तथा राज्य में लौटने पर उनकी फिर जांच तथा उनका उनके घर लौटना सुनिश्चित करना होगा. अन्यथा लॉकडाउन में किये गये अब तक के त्याग पर पानी फेरना होगा. एक बात स्पष्ट है कि बाहर फंसे लोगों का घर यदि राज्य में कंटेनमेंट जोन के भीतर है तो उन्हें लौटने की इजाजत नहीं होगी. यानी वह लौटकर कंटेनमेंट जोन में नहीं जा सकते.