इस मैच में दीपक पूनिया ने शुरुआती बढ़त हासिल कर ली थी. एक समय दीपक पूनिया 2-1 से आगे चल रहे थे. लेकिन मैच के आखिरी पलों में नज्म अमीन पूनिया पर भारी पड़े और उन्हें कड़ी टक्कर देते हुए 4-2 से हरा दिया. कहा जा रहा है कि इसके बाद पूनिया के विदेशी कोच मोराड रेफरी के रूम में घुस गये और उनपर हमला कर दिया. विश्व कुश्ती निकाय ने इस बात की जानकारी तुरंत ही ओलिंपिक कमिटी को दी.
ओलिंपिक कमिटी ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कोच मोराड को तत्काल ओलिंपिक से बाहर कर दिया. कमिटी ने मोराड पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए भारतीय कुश्ती महासंघ को भी तलब किया. आईओसी ने मोराड की इस हरकत के बाद उनकी मान्यता रद्द कर दी है. कमिटी ने भारतीय कुश्ती महासंघ से कहा कि वह भी कोच पर कड़ी कार्रवाई करे.
यह पहला मौका नहीं है जब मोराड गेड्रोव ने किसी पर हमला किया हो. 2004 में एथेंस ओलिंपिक के क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद अपने प्रतिद्वंद्वी पर हमला कर दिया था. बता दें कि दीपक पूनिया ओलिंपिक में अंतिम 10 सेकंड में सैन मरिनो के माइलेस नज्म अमीन के हाथों हार गये. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तोक्यो ओलंपिक में दीपक पूनिया के प्रदर्शन की जमकर तारीफ की.
मोदी ने कहा कि दीपक पूनिया प्रतिभा और साहस का पावरहाउस हैं. पीएम ने एक ट्वीट में कहा कि दीपक पूनिया कांस्य से चूक गए लेकिन उन्होंने हम सभी का दिल जीत लिया. वह साहस और प्रतिभा के पावरहाउस हैं. भविष्य के लिए उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं.
Posted By: Amlesh Nandan.