प्रगाढ़ होते संबंध

प्रधानमंत्री मोदी तथा अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद ने व्यापक रणनीतिक सहभागिता की प्रगति पर प्रसन्नता जतायी है.

By संपादकीय | February 15, 2024 5:00 AM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से संबद्ध अनेक समझौते पर हस्ताक्षर हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी तथा अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद के बीच हुई वार्ता में दोनों नेताओं ने व्यापक रणनीतिक सहभागिता की प्रगति पर प्रसन्नता जतायी है. दोनों नेताओं की उपस्थिति में द्विपक्षीय निवेश तथा आर्थिक साझेदारी समझौते के अलावा इलेक्ट्रिकल जुड़ाव, ऊर्जा, दोनों देशों के त्वरित भुगतान मंचों- यूपीआइ एवं आनी- को जोड़ने, डेबिट व क्रेडिट कार्डों को जोड़ने आदि कई अहम मामलों में परस्पर सहयोग को बढ़ाने पर सहमति बनी है. एक महत्वपूर्ण समझौता भारत-मध्य पूर्व आर्थिक गलियारे को लेकर हुआ है, जिसकी प्रारंभिक घोषणा पिछले वर्ष नयी दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई थी. इस प्रस्तावित गलियारे के जरिये भारत से मध्य पूर्व होते हुए यूरोप तक के लिए सुगम और त्वरित व्यापार के लिए रास्ता मुहैया हो जायेगा, जिससे सभी संबद्ध पक्षों को आर्थिक लाभ होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में एक विशाल हिंदू मंदिर का उद्घाटन भी किया, जो पश्चिम एशिया में सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है. यूं तो अमीरात समेत सभी खाड़ी देशों तथा अन्य पश्चिम एशियाई देशों के साथ भारत के संबंध बहुत पुराने हैं, पर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में इन संबंधों को नयी गति मिली है. अमीरात और उस क्षेत्र के अन्य देशों के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत संबंध एवं परस्पर सम्मान का भाव एक महत्वपूर्ण पहलू है.

हाल में कतर में गिरफ्तार आठ भारतीय पूर्व नौसैनिकों की रिहाई और देश वापसी परस्पर विश्वास का एक उल्लेखनीय प्रमाण है. इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री कतर की राजधानी दोहा में अमीर तमीम से भी मिले हैं. संयुक्त अरब अमीरात, कतर, सऊदी अरब आदि देश भारत की ऊर्जा सुरक्षा में बड़ा योगदान देते हैं. पश्चिम एशिया के अन्य देशों के साथ हमारा व्यापार और सहकार बीते दस वर्षों में तीव्र गति से बढ़ा है. इन देशों में लाखों भारतीय कार्यरत हैं और वहां के विकास एवं समृद्धि का बड़ा आधार हैं. इस योगदान को वहां के नेता और स्थानीय लोग भी आदर की दृष्टि से देखते हैं तथा भारत के प्रति उनके मन में आभार का भाव रहता है. दुबई, अबू धाबी, दोहा जैसे शहर भारत से यूरोप तक के व्यापार एवं आवागमन में आवश्यक पड़ाव हैं. पिछले दस वर्षों में अरब के अनेक नेता भारत आ चुके हैं तथा उन देशों में प्रधानमंत्री मोदी का दौरा हो चुका है. आगामी वर्षों में अरब देशों से भारत की निकटता में उत्तरोत्तर वृद्धि की प्रबल संभावना है.

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