संसद के अंदर AAP की मदद करेगी कांग्रेस! रांची में केजरीवाल ने दिया बड़ा बयान, Video
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने हेमंत सोरेन से मुलाकात की. अधिकारी के ट्रांसफर पोस्टिंग के अधिकार मामले में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित बिल के विरोध में झारखंड के मुख्यमंत्री का समर्थन लेने के लिए वह यहां आए और बातचीत की. मीडिया को संबोधित करते हुए इस मामले में कांग्रेस की भूमिका पर भी जवाब दिया.
Arvind Kejriwal In Ranchi: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार की देर रात रांची पहुंचे. अगले दिन शुक्रवार को दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने हेमंत सोरेन से मुलाकात की. अधिकारी के ट्रांसफर पोस्टिंग के अधिकार मामले में केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित बिल के विरोध में झारखंड के मुख्यमंत्री का समर्थन लेने के लिए वह यहां आए और बातचीत की. साथ ही मीडिया को संबोधित करते हुए इस मामले में कांग्रेस की भूमिका पर भी जवाब दिया.
क्या एक मंच पर दुबारा नजर आएगी @INCIndia और @AamAadmiParty pic.twitter.com/ns7pwEcLOk
— Aditya Kumar (@AdityaK23934499) June 2, 2023
इस बैठक के तुरंत बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया और बैठक में हुई बातचीत की जानकारी दी. इस दौरान अरविंद केजरीवाल के समर्थन यात्रा में कांग्रेस की भूमिका पर जब मीडिया ने सवाल किए और पूछा कि राज्यसभा में कांग्रेस के समर्थन के लिए क्या उन्होंने बातचीत की है. इस सवाल का जवाब देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से भी बातचीत बढ़ेगी. इस मामले में वह कांग्रेस के आलाकमान से भी मुलाकात करेंगे और उनसे समर्थन मांगेंगे ताकि राज्यसभा में इस अध्यादेश को पास होने से रोका जा सके.
‘कांग्रेस को तय करना है कि किसको देंगे साथ’साथ ही उन्होंने कहा, ‘इस अध्यादेश को गिराने के लिए कांग्रेस पार्टी उनका समर्थन करेगी, ऐसी हमारी उम्मीद है’. साथ ही उन्होंने बताया कि हमने कांग्रेस से समय मांगा है और हमें समय मिलेगा और समर्थन भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि इस अध्यादेश के समर्थन में कोई नहीं हो सकता. ऐसे में अब यह कांग्रेस को तय करना है कि वह जनतंत्र के साथ है, संविधान के साथ है, 140 करोड़ जनता के साथ है या बीजेपी के साथ है.
कांग्रेस ने किया सबसे अधिक विरोध – राकेश सिन्हावहीं, प्रदेश कांग्रेस की इस बयान पर मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आई है. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बयान पर जवाब देते हुए कहा कि आलाकमान इस मामले में फैसला करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी के नीतियों का विरोध सबसे अधिक कांग्रेस पार्टी ने ही किया है. ऐसे में केजरीवाल जी को यह कहने की जरूरत नहीं कि हम किसके पक्ष में है. उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को इस मामले पर थोड़ी गंभीरता से कुछ कहना चाहिए.
कांग्रेस का समर्थन मिलना जरूरी !इस अध्यादेश पर कांग्रेस पार्टी का अभी तक कोई भी बयान सामने नहीं आया है. ऐसे में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस बयान के क्या कुछ मायने निकलते हैं और कांग्रेस का रुख क्या रहता है यह आने वाला समय ही बताएगा. बता दें कि शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह, दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी मार्लेना और राज्यसभा के सदस्य राघव चड्ढा सीएम आवास पहुंचे थे.