9 प्वाइंट्स में जानें Delhi Liquor Case क्या है और कैसे केजरीवाल से पहले संजय सिंह हुए गिरफ्तार

आम आदमी पार्टी के एक और दिग्गज नेता संजय सिंह को दिल्ली शराब घोटामा मामले में ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने शराब घोटाला मामले में आज यानी बुधवार को पूछताछ की, इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी और पूछताछ से पहले प्रवर्तन निर्देशालय ने संजय सिंह के आवास और अन्य जगहों पर रेड भी किया था.

By amit demo demo | March 22, 2024 10:57 AM

Delhi Excise Policy से जुड़े Money Laundering Case में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement directorate, ED) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले 4 अक्तूबर 2013 को ईडी ने आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली में उनके घर पर छापा मारा था और उनके स्टाफ से पूछताछ की थी. हालांकि ईडी ने सिंह का नाम अब तक दाखिल 5 चार्जशीट में किसी में नहीं लिया था.

क्या है Delhi Liquor case

ईडी ने 2021 में दिल्ली सरकार द्वारा शुरू की गई शराब बिक्री नीति केस में सीएम अरविंद केजरीवाल, उनके पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया, तेलंगाना की राजनेता के कविता और अन्य को आरोपी बनाया है. सिसोदिया इस साल फरवरी से जेल में बंद हैं और वह जमानत पाने के बार-बार के प्रयासों में विफल रहे हैं.

कौन हैं संजय सिंह

संजय सिंह 2018 से दिल्ली से राज्यसभा के सदस्य हैं. वह आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और उत्तर प्रदेश, ओडिशा और राजस्थान के राज्य प्रभारी हैं.

संजय सिंह का नाम कैसे जुड़ा

1. संजय सिंह का नाम इस मामले में आरोपी व्यवसायी दिनेश अरोड़ा के कारण जुड़ा. क्योंकि सिसोदिया ने पूछताछ में बताया था कि दिनेश अरोड़ा उनके और संजय सिंह का करीबी था. दिनेश बाद में एप्रूवर बन गए थे और ईडी को मामले से जुड़ी सूचना देने में मदद कर रहे हैं. अरोड़ा को 1 अगस्त को जमानत पर रिहा कर दिया गया. सिसौदिया उस समय दिल्ली सरकार के उत्पाद शुल्क मंत्री थे.

2. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ईडी ने दावा किया है कि दिनेश अरोड़ा की मुलाकात संजय सिंह से हुई थी, जिनके जरिए उनकी मुलाकात मनीष सिसौदिया से कराई गई. यह मुलाकात अरोड़ा के रेस्त्रां में हुई थी. ईडी ने एक कॉल का भी हवाला दिया जिसके बारे में उनका दावा है कि यह कॉल संजय सिंह और दिनेश अरोड़ा के बीच हुई थी. कथित तौर पर कॉल में आप सांसद सिंह ने कहा-दिल्ली विधानसभा चुनाव आ रहे हैं और आप को फंड की जरूरत है और उन्हें इसके लिए अन्य रेस्त्रां मालिकों से फंडिंग मांगनी चाहिए.

3. ईडी की चार्जशीट में कहा गया है कि सिंह के अनुरोध पर उन्होंने कई रेस्त्रां मालिकों से बात की और दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी फंड इकट्ठा करने के लिए 82 लाख रुपये (सिसोदिया को सौंपे) के चेक की व्यवस्था की.

4. ईडी ने यह भी दावा किया है कि एक अन्य व्यवसायी अमित अरोड़ा ने 2020 में दिनेश अरोड़ा के माध्यम से आप सांसद संजय सिंह से मुलाकात की थी.

5. अमित अरोड़ा के व्यवसाय द्वारा बेचे जाने वाले ब्रांड अपेक्षाकृत उच्च-स्तरीय थे और अन्य राज्यों में सबसे अधिक बिकने वाले ब्रांड थे, लेकिन दिल्ली में सरकार द्वारा नियंत्रित होने के कारण खुदरा स्टोर बहुत अच्छी बिक्री नहीं कर पा रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक, नई नीति में एक क्लॉज डालकर अमित अरोड़ा दिल्ली के शराब कारोबार में बेहतर जगह पाना चाहते थे.

6. ईडी का दावा है कि सिसोदिया ने अमित अरोड़ा और दिनेश अरोड़ा के कहने पर आईएमएफएल ब्रांडों के लिए ब्रांड पंजीकरण मानदंड बढ़ाने के लिए तत्कालीन प्रस्तावित 2020-21 उत्पाद शुल्क नीति में बदलाव करने का आश्वासन दिया था.

7. इसके बदले में संजय सिंह के सहयोगी और टीम सदस्य के रूप में विवेक त्यागी को अमित अरोड़ा द्वारा संचालित अरालियास हॉस्पिटैलिटी के कारोबार में हिस्सेदारी दी गई थी.

8. ईडी के अनुसार, उत्पाद शुल्क नीति में बदलाव के बदले अमित अरोड़ा की कंपनी में संजय सिंह के सहयोगी को हिस्सेदारी की अनुमति देना, अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और संजय सिंह और सिसौदिया के बीच बदले में था.

9. विशेष रूप से, दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति में नीति परिवर्तन कभी लागू नहीं किया गया और 2019-20 की पुरानी नीति को बढ़ा दिया गया.

चार्ज शीट में नाम नहीं

प्रवर्तन निदेशालय ने अब तक 5 आरोपपत्र दायर किए हैं और वास्तव में कभी भी संजय सिंह को आरोपी के रूप में नामित नहीं किया और न ही उन्हें बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था. हालांकि, एजेंसी ने अपने दस्तावेज़ों में AAP नेता का उल्लेख किया है.

संजय सिंह बोले-छवि खराब करने की कोशिश

संजय सिंह ने इस गिरफ्तारी से पहले अपनी राजनीतिक साख और छवि को खराब करने की साजिश का दावा किया. उन्होंने केंद्रीय वित्त सचिव (प्रवर्तन निदेशालय वित्त मंत्रालय को रिपोर्ट करता है) को उनके खिलाफ झूठे और अपमानजनक दावे करने के लिए एजेंसी प्रमुख के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति के लिए लिखा था.

AAP का दावा

AAP ने आरोप लगाया कि पार्टी और उसके नेताओं को बदनाम करने के लिए पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) के इशारे पर आरोपपत्र में संजय सिंह के नाम का उल्लेख किया गया है. इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल अपने सहयोगी के समर्थन में सामने आए. उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय पर अगले साल के आम चुनाव से पहले प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने के लिए भाजपा (उन्होंने पार्टी का नाम नहीं बताया) की ओर से काम करने का आरोप लगाया है. केजरीवाल ने यह भी दावा किया कि 1,000 से अधिक छापे अवैध रूप से अर्जित धन का एक पैसा खोजने में विफल रहे.

Also Read: LPG Subsidy: उज्जवला योजना और आम ग्राहकों में गैस सब्सिडी से खुशी, जानें सरकारी खजाने पर कितना बोझ आएगा

क्या है दिल्ली एक्साइज पॉलिसी घोटाला मामला?

ईडी और सीबीआई का आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 की उत्पाद शुल्क नीति ने गुटबंदी की अनुमति दी और कुछ डीलरों का पक्ष लिया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी.बाद में नीति को रद्द कर दिया गया और दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की, जिसके बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया.

Next Article

Exit mobile version