बरेली और बदायूं के दो कुख्यात ड्रग्स तस्करों को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार, 10 करोड़ की हेरोइन बरामद
बरेली और बदायूं के दो ड्रग्स तस्करों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इनके पास से 10 करोड़ रुपये की हेरोइन बरामद की है. दोनों तस्कर बरेली से हेरोइन लेकर दिल्ली-एनसीआर जा रहे थे.
लखनऊ. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो कुख्यात अंतरराज्यीय ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार तस्करों के पास से दो किलो हेरोइन बरामद की गई है. बरामद हेरोइन की कीमत करीब 10 करोड़ रुपये बतायी जा रही है. दोनों तस्कर बरेली से हेरोइन लेकर दिल्ली-एनसीआर जा रहे थे. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार तस्कर दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब व राजस्थान में छोटे तस्करों को आपूर्ति करते थे. यह गिरोह लंबे समय से दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों के स्थानीय तस्करों को हेरोइन की आपूर्ति कर रहा था.
जांच में जुटी पुलिस
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ये लोग बरेली के बाहरी इलाके में चूना, सोडियम क्लोराइड और एसिटिक एनहाइड्राइड आदि केमिकल का उपयोग करके कच्चे माल (अफीम) से हेरोइन बनाने वाले तस्करों से हेरोइन खरीदते थे. जांच के दौरान पता चला कि दिल्ली के स्थानीय तस्कर बरेली और मणिपुर के ड्रग्स तस्करों के संपर्क में हैं और उनसे हेरोइन सहित नशीला पदार्थ खरीद रहे हैं. जब पुलिस ने मोहम्मद आलम से पूछताछ की तो पता चला कि वह पिछले दो साल से दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग लोगों को हेरोइन सप्लाई कर रहा था.
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स्थानीय रूप से उपलब्ध वस्तुओं से भी बनाता था हेरोइन
गिरफ्तार तस्कर परमानंद से हेरोइन की खेप लेकर उसे विभिन्न तस्करों को आपूर्ति करते थे. परमानंद की मां सावित्री देवी 2021 तक गांव की सरपंच थी. 2001 में उसे यूपी सरकार से अपनी जमीन पर अफीम की खेती करने के लिए लाइसेंस मिला था. अफीम की कटाई के बाद वह उक्त अफीम सरकार को सौंप देता था, लेकिन राज्य सरकार को जानकारी देने के बिना वह कुछ अफीम अपने पास रख लेता था और उसे ग्रे मार्केट में बेच देता था. इसके बाद वह स्थानीय रूप से उपलब्ध वस्तुओं से हेरोइन बनाना भी सीख गया. फिर हेरोइन का निर्माण कर वह उसे तस्करों को बेच देता था.