आप सिर्फ 12 रुपये में पूरी दिल्ली का सफर कर सकते हैं, हम बात कर रहे हैं रिंग मेट्रो कि, जिससे आप दिल्ली का सफर तय कर सकते हैं
ये ट्रेने दिल्ली के लगभग सभी स्टेशनों पर होकर गुजरती है. जब से मेट्रो दिल्ली में आई है तब से लोगों ने रिंग रेलवे को भुला दिया है. आज हम आपको इसी रिंग रेलवे की कहानी बता रहे हैं.
इसका निर्माण साल 1975 में किया गया था. तब इसे माल गाड़ियों की आवाजाही के लिए बनाया गया था, ताकि नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर ज्यादा लोड न पड़े.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस रेलवे ट्रैक पर रोजाना करीब 10 ट्रेन चलती हैं, लेकिन आमतौर पर ये ट्रेने खाली ही रहती हैं. इस रेलवे ट्रैक पर माल गाड़ियों की भरमार रहती है, इसलिए अक्सर पैसेंजर ट्रेने लेट होती है.
ये रेलवे ट्रैक सात जगहों पर मेट्रो से जुड़ती है. इनमें लाजपत नगर , लोधी कॉलोनी , सरोजिनी नगर , सफदरजंग और चाणक्यपुरी जैसे दिल्ली के प्रमुख स्टेशन शामिल हैं. सरकार का प्लान था कि इसे और भी मेट्रो स्टेशनों से जोड़ा जाए.
ये ट्रेन दिल्ली का एक पूरा चक्कर लगाने में 90 मिनट का समय लेती है. यानी आप हजरत निजामुद्दीन से वापस हजरत निजामुद्दीन तक 90 मिनट में पहुंच जाएंगे.
ये साउथ दिल्ली के स्टेशन-लाजपत नगर, सेवा नगर, लोधी कॉलोनी, सरोजनी नगर हॉल्ट, सफदरजंग, चाणक्यपुरी हॉल्ट, सरदार पटेल मार्ग हॉल्ट, बरार स्क्वायर, दिल्ली इंद्रलोक हॉल्ट, नारायणा विहार हॉल्ट, कीर्ति नगर हॉल्ट तक जाती है.
उत्तरी दिल्ली के निजामुद्दीन, प्रगति मैदान, तिलक ब्रिज, शिवाजी ब्रिज, नई दिल्ली, सदर बाजार, दिल्ली किशनगंज, विवेकानंद पुरी, दया बस्ती और शकूरबस्ती तक ये ट्रेन चलती है.