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डेल्टा प्ल्स वेरिएंट के आठ राज्यों में सामने आए मामले, जानिए में झारखंड में इसके लिए तैयारी को लेकर क्या बोले वैक्सीनेशन इंचार्ज

Delta Plus Variant कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव होने के साथ ही डेल्टा पल्स वेरिएंट ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है. तीसरी लहर की चर्चा के बीच कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट केंद्र और राज्य की सरकारों के लिए मुसीबत बनता दिख रहा है. इन सबके बीच, न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रांची जिले के वैक्सीनेशन इंचार्ज डॉ. विमलेश कुमार ने कहा है कि देश के आठ राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2021 6:37 AM

Delta Plus Variant कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव होने के साथ ही डेल्टा पल्स वेरिएंट ने लोगों की टेंशन बढ़ा दी है. तीसरी लहर की चर्चा के बीच कोरोना का डेल्टा प्लस वेरिएंट केंद्र और राज्य की सरकारों के लिए मुसीबत बनता दिख रहा है. इन सबके बीच, न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रांची जिले के वैक्सीनेशन इंचार्ज डॉ. विमलेश कुमार ने कहा है कि देश के आठ राज्यों में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि झारखंड में हम इसके लिए तैयारी कर रहे हैं.

डॉ. विमलेश कुमार ने आगे कहा कि झारखंड में हम डेल्टा प्ल्स वेरिएंट के मामलों की टेस्टिंग और ट्रेसिंग की व्यवस्था हम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में इसके खिलाफ लड़ाई के लिए कारगर उपाय किए जाएंगे. जिससे इसके संक्रमण की रोकथाम में सफलता हासिल हो सकें. गौरतलब है कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ फिलहाल लोगों को सावधान रहने की ही सलाह दे रहे हैं. साथ ही लोगों कहा गया है कि तीसरी लहर से पहले सभी कोविड 19 वैक्सीन की खुराक जरूर लगवा लें.

उल्लेखनीय है कि देश में अब कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है. कहा जा रहा है कि भारत में तीसरी लहर आने का कारण कोरोना का नया वेरिएंट डेल्टा प्लस हो सकता है. वहीं, विश्व स्वास्थय संगठन (WHO) भी मान चुका है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) का डेल्टा प्लस वेरिएंट बेहद खतरनाक है. बताया जा रहा है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट कोरोना वायरस के डेल्टा या बी1.617.2 प्रकार में उतपरिवर्तन होने से बना है. इस जीनोम का सबसे पहला क्रम इस साल मार्च महीने के आखिर में यूरोप में पाया गया था. वैज्ञानिकों ने कोरोना के इस नए रूप को डेल्टा प्लस एवाई 1 नाम दिया है.

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