इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए), झारखंड ने डाॅक्टरों को सुरक्षा देने की मांग की है, वरना आंदोलन करने की चेतावनी दी है. साथ ही मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट भी लागू करने की मांग की है. आइएमए के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार सिंह और सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर डॉक्टरों के साथ मारपीट और रंगदारी मांगने की जानकारी दी है. पत्र में धनबाद के ताजा मामला का उल्लेख किया गया है. कहा है कि धनबाद के सर्वमंगला नर्सिंग होम की संचालक डॉ सर्वमंगला प्रसाद से एक करोड़ की रंगदारी अपराधियों ने मांगी है. रंगदारी की राशि नहीं देने पर महिला डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी गयी है. मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि अपराधियों के भय से कई डाॅक्टर धनबाद छोड़ने का मन बना चुके हैं. वहीं भयभीत डॉक्टर मरीजों का इलाज करने की बजाय अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. इसका सीधा असर मरीजों पर पड़ रहा है. आइएमए के अध्यक्ष और सचिव ने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि डॉक्टरों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन तत्काल ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे. अगर तत्काल इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो डॉक्टर आइएमए के बैनर तले अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे.
मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग लंबित
सचिव डॉ प्रदीप सिंह ने बताया कि आइएमए की ओर से झारखंड में लगातार मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की जा रही है. लेकिन सरकार के स्तर से बिल पास नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि यह बिल पास हो जाता, तो इससे डॉक्टराें के अलावा मरीजों का भी हित होता. महिला डॉक्टर्स विंग की चेयरपर्सन डॉ भारती कश्यप ने बताया कि मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग बहुत पुरानी है. इसके लिए कई बार आंदोलन भी किया जा चुका है.
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