प्रभात खबर के प्रधान संपादक को जेल से धमकी देने के मामले में गिरिडीह के राजनीतिक दल, सामाजिक-व्यावसायिक संगठनों ने आक्रोश जताया है. सभी ने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
जेल से धमकी दिये जाने का मामला गंभीर : झुनझुनवाला
जिला चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला ने कहा कि प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी को जेल से धमकी दिये जाने का मामला काफी गंभीर है. यह गिरती कानून व्यवस्था और जेल प्रशासन की अपराधियों को खुली मदद का जीता-जागता प्रमाण है. यह सरकार का अधिकारियों पर से नियंत्रण कम होने का संकेत भी है. इस मामले में जेल से धमकी देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. निष्पक्ष होकर काम करनेवाले मीडिया के कामकाज को धमकी देकर प्रभावित करना गंभीर चिंता का विषय है.
अपराधियों की कठोर सजा मिलनी चाहिए : उपाध्याय
सार्वभौम शाकद्विपीय ब्राह्मण महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक उपाध्याय ने इस घटना की कड़ी शब्दों में निंदा की है. उन्होंने झारखंड सरकार से मांग की है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रमुख पद पर आसीन व्यक्ति को जब इस प्रकार अपराधियों द्वारा दूरभाष पर धमकी दी जा रही है तो इससे आम जनता अपने को कैसे सुरक्षित महसूस करेगी. कहा कि सरकार और पुलिस उच्चस्तरीय जांच कर धमकी देने वाले अपराधियों को अविलंब कड़ी सजा दे. कहा कि यह काफी चिंता का विषय है. इस मामले में गंभीरतापूर्वक कदम उठाने की जरूरत है.
धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई जरूरी : नरेश
कांग्रेस के प्रदेश सचिव नरेश वर्मा ने प्रभात खबर के प्रधान संपादक को धमकी देने पर चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि शराब माफिया के द्वारा धमकी देना बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार पूरी शक्ति से कार्रवाई करें. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि सरकार ऐसे तत्वों को झारखंड में फलने-फूलने नहीं देगी. कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को धमकी देना किसी भी सूरत में उचित नहीं है. यह मामला गंभीर है. राज्य सरकार भी इस मामले को लेकर काफी गंभीर है. निश्चित रूप से आने वाले दिनों में धमकी देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
झारखंड में कानून व्यवस्था की स्थिति लचर : महादेव
भाजपा के जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार में कानून व्यवस्था बिगड़ गयी है. इस सरकार के कार्यकाल में कोई सुरक्षित नहीं है. अब तो स्थिति यह है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी अपराधी धमकी दे रहे हैं. जेल से धमकी देने का मामला काफी गंभीर है. अखबार के प्रधान संपादक को धमकी देना चिंता का विषय है. ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए. कहा कि पत्रकारों को भी सुरक्षा देने में यह सरकार पूरी तरह विफल हो रही है. झारखंड में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और जनता त्रस्त है.