ओडिशा: भुवनेश्वर में रोज मिल रहे डेंगू के 70-80 नए मरीज, सभी सीएचसी में खोले जाएंगे डेंगू वार्ड, ये है तैयारी
कैपिटल अस्पताल के निदेशक ने कहा कि डेंगू के लिए कैपिटल अस्पताल में लोगों की भीड़ को ध्यान में रखकर टेस्टिंग के लिए नया काउंटर खोला गया है. नये काउंटर में तीन लोगों को लगाया गया है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन 500 से 600 लोग कैपिटल अस्पताल में डेंगू जांच के लिए आ रहे हैं.
भुवनेश्वर: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. डेंगू परीक्षण करने आ रहे लोगों का आरोप है कि भुवनेश्वर के कैपिटल अस्पताल में पूरी तरह अव्यवस्था है. परीक्षण के लिए लोगों की काफी भीड़ दिख रही है और उन्हें घंटों पंक्तियों में खड़ा रहना पड़ रहा है. उधर, कैपिटल अस्पताल के निदेशक का कहना है कि भुवनेश्वर में इस बार डेंगू के मरीजों की संख्या में पिछले सालों की तुलना में बढ़ोत्तरी हुई है. इसलिए किसी भी व्यक्ति में यदि डेंगू के लक्षण पाये जाते हैं, तो निश्चित रूप से उन्हें परीक्षण करा लेना चाहिए. जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने बताया कि राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) में डेंगू वार्ड खोला जाएगा. इनमें डेंगू मरीजों के लिए 10-10 बेड रहेंगे.
500-600 लोग रोजाना जांच के लिए आ रहे हैं
कैपिटल अस्पताल के निदेशक ने कहा कि डेंगू के लिए कैपिटल अस्पताल में लोगों की भीड़ को ध्यान में रख कर टेस्टिंग के लिए नया काउंटर खोला गया है. नये काउंटर में तीन लोगों को नियोजित किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन 500 से 600 लोग कैपिटल अस्पताल में डेंगू परीक्षण के लिए आ रहे हैं. इसमें से 70 से 80 तक मरीज पाजिटिव निकल रहे हैं. प्रतिदिन 15 मरीज अस्पताल में एडमिट हो रहे हैं.
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राजधानी के सभी सीएचसी में खुलेगा डेंगू वार्ड
राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण राज्य के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) में डेंगू वार्ड खोला जाएगा. जन स्वास्थ्य निदेशालय ने यह निर्णय लिया है. इनमें डेंगू मरीजों के लिए 10-10 बेड रहेंगे. राज्य के जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने यह जानकारी दी.
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लगातार बढ़ रही डेंगू मरीजों की संख्या
जन स्वास्थ्य निदेशक निरंजन मिश्र ने बताया कि राजधानी भुवनेश्वर में डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस कारण स्वास्थ्य विभाग को आवश्यक तैयारी रखने के लिए कहा गया है. ब्लड बैंक में पर्याप्त रक्त रखने के लिए निर्देश दिया गया है. डेंगू के परीक्षण के लिए कैपिटल अस्पताल में विशेष व्यवस्था रहेगी.
झारखंड में भी डेंगू का प्रकोप
इधर, बारिश का मौसम शुरू होते ही झारखंड की राजधानी रांची, जमशेदपुर समेत पूरे राज्य में डेंगू का प्रकोप बढ़ गया है. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क है और राज्य के सभी जिलों में मच्छर जनित बीमारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य जांच बढ़ाने का निर्देश दिया है. इसके अलावा जिला अस्पताल से लेकर पीएचसी और सीएचसी में जांच किट उपलब्ध कराने का भी निर्देश है. निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने मच्छरों का लर्वा नष्ट करने का काम शुरू कर दिया है. रांची नगर निगम भी लगातार साफ-सफाई के लगातार विशेष अभियान चला रहा है. जमशेदपुर में डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने जिलेवासियों से सुरक्षित रहने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन की अपील की है. उन्होंने कहा कि सतर्कता और जागरूकता से ही इसके प्रसार पर रोकथाम लगाया का सकता है. स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों, कर्मियों को जन जागरूकता लाने के लिए गांव गांव में जाकर लोगों को पुराने बर्तनों, टायर आदि में पानी नहीं जमा करने को लेकर जागरूक करने को कहा गया है. उपायुक्त स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों और कर्मियों को निर्देश देते हुए कहा कि को जन जागरूकता लाने के लिए गांव गांव में जाकर लोगों को पुराने बर्तनों, टायर आदि में पानी नहीं जमा करने को लेकर जागरूक करें. साथ ही प्रभावित क्षेत्रों एवं संभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा के छिड़काव का निर्देश दिया गया. इसके लिए जिला स्तरीय हेल्पलाइन नंबर- 9304389995, 9431857671 जारी किया गया है.
कैसे करें बचाव
डेंगू, चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिस मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं, इसलिए पानी के बर्तनों, पानी की टंकी आदि को ढक कर रखें. घर के आस-पास सफाई रखें.
मच्छरदानी लगायें
एडिस मच्छर हमेशा दिन के समय काटते हैं, इसलिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें.
डेंगू-चिकनगुनिया बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है. अगर डेंगू, चिकनगुनिया के लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.
मच्छरों से बचाव के लिए खिड़की तथा दरवाजे पर जाली लगवायें
क्या न करें
घर के आस-पास या छत पर प्रयोग में न आने वाले बर्तन, टायर आदि न रखें एवं घर में कूलर, बाल्टी, फूलदान, फ्रिज ट्रे में पानी जमा नहीं होने दें.
टूटे हुए बर्तन, प्रयोग में नहीं आने वाली बोतलें, टिन, बेकार के टायरों को जमा न रखें, क्योंकि बारिश के मौसम में इन्हीं में पानी जमा होता है, जिसमें एडिस मच्छर पनपते हैं.
बुखार होने पर उसे अनदेखा नहीं करें.
बगैर जाली लगे खिड़की तथा दरवाजे शाम एवं सुबह में खुले न रखें, क्योंकि इस समय मच्छरों का प्रकोप अधिक रहता है.