कोलकाता में डेंगू मरीजों की संख्या पहुंची 24 हजार के पार, प्रशासन ने ड्रोन से निगरानी बढ़ाने का दिया निर्देश
विशेष निगरानी करने को कहा गया है. डेंगू व मलेरिया से निबटने के लिए सभी जिले के ग्राम पंचायत, पंचायत समिति के सदस्यों को प्रशिक्षण देने की बात हुई है. नगरपालिका इलाके में वार्ड कमेटी को इसे लेकर प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिलाधिकारी को इसकी देखरेख करने को कहा गया है.
रविवार को छुट्टी के दिन नबान्न से डेंगू व मलेरिया को लेकर गृह सचिव व स्वास्थ्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक में जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे. गृह सचिव ने डेंगू व मलेरिया को लेकर उठाये जा रहे कदमों की जानकारी ली. सुबह 11.30 बजे गृह सचिव बीपी गोपालिका व स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस समय स्पेन के दौरे पर हैं. उनके साथ मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी भी गये हैं. इस समय प्रशासनिक कामकाज गृह सचिव के जिम्मे है. इसे लेकर गृह सचिव ने बैठक की अध्यक्षता की.
नबान्न सूत्रों के मुताबिक, डेंगू व मलेरिया की रोकथाम को लेकर क्या कदम उठाए जा रहे हैं, साथ ही जिले की स्वास्थ्य संरचना कैसी है, गृह सचिव ने सभी से विस्तार से जानकारी ली है. जानकारी के मुताबिक, कुछ जिलों में डेंगू व मलेरिया के हालात को लेकर भी उन्होंने चिंता जाहिर की. हुगली, नदिया, हावड़ा, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, मालदा, मुर्शिदाबाद में डेंगू व मलेरिया का प्रकोप काफी दिख रहा है. इन जिलों के जिलाधिकारियों को विशेष निगरानी करने को कहा गया है. डेंगू व मलेरिया से निबटने के लिए सभी जिले के ग्राम पंचायत, पंचायत समिति के सदस्यों को प्रशिक्षण देने की बात हुई है.
नगरपालिका इलाके में वार्ड कमेटी को इसे लेकर प्रशिक्षण दिया जायेगा. जिलाधिकारी को इसकी देखरेख करने को कहा गया है. प्रशिक्षण से लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था पर कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है. पंचायत व नगरपालिका इलाकों में कहीं पानी लंबे समय तक जमा नहीं रहे, इस पर खास तौर से निगरानी रखने का निर्देश भी दिया गया है. गृह सचिव ने विभिन्न इलाके में ड्रोन से निगरानी तेज करने को कहा है. जिन इलाकों में स्वास्थ्य संरचना की कमी है, उसे तुरंत दुरुस्त करने का निर्देश गृह सचिव ने दिया. कहीं खाली जमीन है तो उसकी सफाई स्थानीय प्रशासन को करने को कहा गया. किसी तालाब में गंदगी व जलकुंभी है, तो तुरंत सफाई करने का निर्देश भी दिया गया. श्री गोपालिका ने इसकी रिपोर्ट समय-समय पर नबान्न में भेजने का निर्देश दिया. प्रशासन के आला अधिकारियों ने कहा कि उत्सव के मौसम में डेंगू व मलेरिया पांव नहीं पसार सके, इसके लिए पहले ही तैयारी शुरू की जा रही है.
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राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या पहुंची 24 हजार के पार
राज्य में डेंगू की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है. राज्य स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार, पांच सितंबर तक 24 हजार 709 लोग डेंगू से पीड़ित हुए हैं. जुलाई से अगस्त के बीच डेंगू के मामले पांच गुना बढ़े हैं. जनवरी तक राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या 624 थी, जो जुलाई में बढ़कर तीन हजार 778 हो गयी थी. राज्य स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू से अब तक मात्र तीन लोगों की मौत होने की पुष्टि की है. सूत्रों के अनुसार, डेंगू से अब तक 32 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, कोलकाता नगर निगम क्षेत्र में डेंगू के 1500 मामले सामने आये हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के अनुसार, जुलाई से सितंबर के प्रथम सप्ताह के बीच कोलकाता में भी डेंगू का ग्राफ बढ़ा है. निगम की रिपोर्ट के अनुसार, महानगर में जनवरी से सितंबर के बीच 2700 लोग डेंगू के शिकार हुए हैं.
दो दिन से बुखार, तो डेंगू जांच अनिवार्य
डेंगू की वर्तमान स्थिति पर रविवार शाम को नवान्न में राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने उच्चस्तरीय बैठक की. इसमें कोलकाता नगर निगम के अधिकारी, कई जिलों के डीएम, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी, कई मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपल, शहरी व ग्रामीण विकास विभाग के आला अधिकारी, राज्य लोक निर्माण विभाग के अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे. बैठक में डेंगू के बढ़ते खतरे को देखते हुए दो दिन से बुखार से पीड़ित लोगों के लिए डेंगू जांच अनिवार्य कर दिया गया है.
बांग्लादेश से सटे सीमावर्ती इलाकों पर रखें नजर
इस वर्ष बांग्लादेश में भी डेंगू फैला हुआ है. ऐसे में बांग्लादेश से सटे पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिलों के जिलाधिकारियों को सचेत रहने का निर्देश दिया गया है.
इन जिलों में बढ़ा रहा डेंगू का प्रकोप
राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली, नदिया, मुर्शिदाबाद, मालदा और दक्षिण 24 परगना में काफी तेजी से डेंगू फैल रहा है. बैठक में इन जिलों को सचेत रहने का निर्देश दिया गया है. डेंगू प्रभावित जिलों को नियमित समीक्षा बैठ करने की सलाह दी गयी है.
डेंगू मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग का सुझाव
घर में रह कर इलाज कराने वाले बुखार या डेंगू मरीजों को केवल पेरासिटामोल खाने की सलाह दी गयी है. चिकित्सक की सलाह के बिना किसी तरह के दर्द निवारक दवा नहीं लेने की की हिदायत दी गयी है. प्रतिदिन नियमित रूप से पानी एवं फलों का जूस पीने को कहा गया है. वहीं, कोमोरबिडिटी यानी मधुमेह, रक्तचाप व ऐसी अन्य बीमारी से पीड़ित डेंगू मरीजों को चिकित्सक से इलाज कराने की सलाह दी गयी है.