गोरखपुर: उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक शुक्रवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज पहुंचे. वहां उन्होंने देवरिया सामूहिक हत्याकांड में घायल अनमोल के परिजनों से मुलाकात की, उन्होंने परिजनों को आश्वस्त किया कि सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. उन्होंने डॉक्टरों से अनमोल को बेहतर इलाज देने के निर्देश दिये. इसके बाद डिप्टी सीएम ने डेंगू और मलेरिया को लेकर अस्पतालों में स्पेशल बेड आरक्षित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि मरीजों के इलाज में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. डिप्टी सीएम ने सीएमओ को निर्देशित किया कि सीएचसी व पीएचसी सेंटरों पर जरूरी संसाधन उपलब्ध कराएं.
गौरतलब है कि देवरिया के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के टोला लेहड़ा में 2 अक्टूबर को सत्य प्रकाश दुबे के घर के पास प्रेमचंद यादव की हत्या हो गई थी. इसके बाद प्रेम यादव के समर्थकों ने सत्य प्रकाश के घर में घुस कर मौजूद सभी छह लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया. चंद मिनटों में सत्य प्रकाश दुबे, उनकी पत्नी, दो बेटी, एक बेटा सहित पांच सदस्यों की हत्या कर दी गई थी. इस घटना में सत्य प्रकाश दुबे के 8 साल के बेटे अनमोल की हालत नाजुक बनी हुई है. उसे इलाज के लिए गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी अस्पताल जाकर उसका हाल जाना था.
इस मामले में बड़ी बेटी शोभिता दुबे की तहरीर पर 28 नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया था. पुलिस ने 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. साथ ही हत्या में इस्तेमाल लोहे की रॉड, फावड़ा और तीन डंडे बरामद किए थे. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गोरख यादव, श्याम यादव, कुश यादव, परमहंश यादव, रामजी यादव, देवानंद यादव, दुर्गेश यादव, अनिरुद्ध यादव, रामभवन यादव, राधेश्याम यादव, दिवाकर तिवारी, बेचू राजभर, अर्जुन यादव, परशुराम राजभर, प्रदीप राजभर, फुलगेना यादव शामिल हैं. पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में लगी है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को सुल्तानपुर में स्वर्गीय डॉक्टर अवधेश तिवारी के परिवारीजनों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि हत्या में शामिल अपराधियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. यह मेरा विभागीय मामला भी है और इस विभाग से जुड़े सभी लोग मेरे लिए परिवार की तरह हैं. इनके सुख दुख में सरकार साथ है और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में किसी तरह की कोताही नहीं होगी. उन्होंने कहा कि पुलिस के उच्च अधिकारियों को सरकार की मंशा से अवगत करा दिया गया है,स्वर्गीय डॉक्टर तिवारी के प्रति श्रद्धांजलि प्रकट करता हूं और पीड़ित परिजनों को भरोसा दिलाता हूं कि इंसाफ मिलेगा. इस केस को भी फास्ट ट्रैक कोर्ट ले जाएंगे और सरकार कड़ी सजा दिलाने के लिए अत्यंत प्रभावी पैरवी भी करेगी.
गौरतलब है के सुल्तानपुर में स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर तैनात डॉ. अवधेश तिवारी की जमीन के विवाद में हत्याकर दी गयी थी. इस मामले में आरोपी अभी तक फरार हैं. इससे पुलिस और सरकार दोनों के खिलाफ परिवारीजनों में नाराजगी है. डॉ. तिवारी की पत्नी ने कार्रवाई न होने पर सरकार से मिला 10 लाख रुपये का चेक भी लौटा दिया है. इसके बाद शुकवार को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मृतक डॉक्टर के परिवारीजनों से मिलने पहुंचे थे.