Varanasi Dev Diwali 2023: रामनगरी अयोध्या में दीपोत्सव को लेकर इस बार उमंग और उल्लास का माहौल दिखाई दे रहा है. रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने से पहले का ये दीपोत्सव बेहद खास है, इसलिए इसे भव्य तरीके से मनाया जा रहा है. इसी तरह दुनिया की सबसे प्राचीन धार्मिक नगरी काशी में भी देव दीपावली के भव्य आयोजन की तैयारी है. इस बार देव दीपावली पर काशी में पिछले सभी रिकॉर्ड टूटने की संभावना है. वाराणसी में देव दीपावली से पहले ही लगभग सभी होटलों की बुकिंग फुल हो चुकी है. हालत है ये कि कई गुना कीमत देने के बावजूद गंगा किनारे होटलों और लॉज में कमरे नहीं मिल रहे हैं. अयोध्या के दीपोत्सव के बाद काशी की देव दीपावली में भी लाखों की संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी देव दीपावली को लेकर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को पुख्ता सुरक्षा प्रबंधन और अन्य तैयारियों के संबंध में निर्देश दे चुके हैं. बताया जा रहा है कि इस बार देव दीपावली पर पांच लाख से ज्यादा पर्यटकों के आने की संभावना है. ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. इसके साथ ही घाटों पर अन्य तैयारियों को भी पुख्ता किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो.
अधिकारियों के मुताबिक वाराणसी में 84 घाटों को 9 जोन, 11 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटकर सुरक्षा-व्यवस्था का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है. वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन और जिलाधिकारी एस राजलिंगम के मुताबिक काशी में देव-दीपावली के दौरान सात घाटों पर सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ने की संभावना है. इनमें अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, अहिल्याबाई घाट, राजघाट, चेतसिंह घाट, नमो घाट और पंचगंगा घाट शामिल हैं.
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घाटों की सुरक्षा के लिए पहले से ही पूरा प्लान वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने तैयार कर रखा है. घाटों से लगने वाली संकरी गलियों में भी बड़े स्तर पर फोर्स का डिप्लॉयमेंट किया जाएगा. इसके अलावा अत्यधिक भीड़ वाले घाटों पर क्विक रिस्पॉन्स टीम की 20 टीमें तैनात रहेंगी. साथ ही 11 विशेष टीमें लाउडहेलर के साथ घाटों पर पेट्रोलिंग के लिए लगाई जाएंगी. काशी के 17 प्रमुख घाटों पर एंटी रोमिया स्क्वॉड की टीमें भी होंगी. हर घाट पर महिला पुलिसकर्मियों की टीम भी मौजूद रहेगी. इसके अलावा 16 गोताखोरों का दस्ता उपलब्ध रहेगा.
उन्होंने बताया कि देव दीपावली पर पर्यटकों को घाटों के दिव्य-भव्य नजारे को दिखाने के लिए गंगा में लगभग 1200 नौकाएं संचालित होंगी. इसे लेकर नाविकों के साथ पहले ही बैठक पूरी कर ली गई है. भीड़ प्रबंधन के लिए मैदागिन, अस्सी, गोदौलिया, भदऊ चुंगी और रामापुरा में बैरिकेडिंग की जाएगी. महिलाओं की सुरक्षा के लिए 11 पिंक बूथ होंगे. राजघाट, नमोघाट, रामनगर के हनुमान मंदिर, बंगाली टोला इंटर कॉलेज, डुमराव बाग, गोदौलिया चौराहा और रामापुरा चौराहा पर इंटीग्रेटेड इमरजेंसी हेल्पडेस्क भी स्थापित किये जाएंगे. देव दीपावली पर काशी की अभेद्य सुरक्षा के लिए एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड की टीमों की भी तैनाती होगी.
इस बीच देव दीपावली के अद्भुत आनंद का सहभागी बनने के लिए पर्यटक टूर ऑपरेटरों की मदद ले रहे हैं. इस वजह से ट्रेवेल्स की गाड़ियों और टैक्सी की मांग बढ़ी है. टूर ऑपरेटर्स के मुताबिक, मांग को पूरा करने के लिए आसपास के जिलों से छोटे चार पहिया वाहनों को मंगाना पड़ रहा है. देव दीपावली पर टूर ऑपरेटर्स ने पैकेज में होटलों में कमरों की बुकिंग के अलावा ट्रांसपोर्टेशन और नावों की बुकिंग भी कराई है. पर्यटकों से होटल फुल हैं. ज्यादातर पर्यटकों ने पांच दिन की बुकिंग कराई है.
देव दीपावली पर पर्यटन विभाग गंगा में प्रवेश के लिए तीन प्रवेश द्वार बनाएगा. उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत ने बताया कि सामने घाट में जजेज गेस्ट हाउस के अलावा नमो घाट और राज घाट से वीआईपी को प्रवेश मिलेगा. उपनिदेशक ने बताया कि नमो घाट से जन प्रतिनिधियों व मेहमान प्रवेश करेंगे. राजघाट से प्रशासनिक अधिकारी, जजेज गेस्ट हाउस से न्यायाधीश व अन्य अधिकारी प्रवेश कर सकेंगे. मेहमानों को नाव पर चढ़ने-उतरने में परेशानी न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा. मेहमानों की सुविधा के लिए गंगा में जेटी लगाई लगाई जाएगी. इसकी मदद से पर्यटक आसानी से नावों में चढ़ और उतर सकेंगे. अर्धचंद्राकार गंगा तट पर 27 नवंबर को देव दीपावली पर जलने वाले दीयों को देखने के लिए पर्यटक काशी आते हैं.
इस बार देव दीपावली पर काशी सांसद संस्कृति महोत्सव के विजेता प्रतिभागी राजघाट पर प्रस्तुति देंगे. राजघाट पर इसके लिए मंच बनाया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, इसमें 400 विजेता कलाकारों के अलावा अन्य स्थानीय कलाकार भी प्रस्तुति देंगे. 23 से 26 नवंबर तक स्थानीय कलाकार प्रस्तुति देंगे, जबकि 27 नवंबर को मायानगरी के कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगे.