गिरिडीह : रागी से बिस्कुट बना देवंती-संगीता हो रहीं आत्मनिर्भर
इस बाबत गायत्री एसएचजी की अध्यक्ष देवंती देवी व कोमल एसएचजी की संगीता देवी ने बताया कि, दो माह पूर्व स्वरोजगार योजना के तहत जेएसलपीएस से 50 हजार रु का कर्ज लेकर रागी (मड़ुआ) से बिस्कुट बनाकर जीविकोपार्जन कर रही हैं.
Giridih News: बिरनी प्रखंड की केंदुआ निवासी देवंती देवी व संगीता देवी महिलाओं के लिए स्वरोगजार की प्रेरणा बनी हुई हैं. दोनों रागी से बिस्कुट बना रोजगार का सृजन कर रहीं. छोटे पैमाने पर उत्पादन के कारण उत्पाद अभी घर से ही बिक जा रहे हैं. वैसे विभाग की ओर से इस उत्पाद को डीसी ऑफिस के पास पलाश मार्ट में सप्लाई करने को कहा गया है.
सरकार आपके द्वार’ शिविरों में लगाये गये स्टॉल
इस बाबत गायत्री एसएचजी की अध्यक्ष देवंती देवी व कोमल एसएचजी की संगीता देवी ने बताया कि, दो माह पूर्व स्वरोजगार योजना के तहत जेएसलपीएस से 50 हजार रु का कर्ज लेकर रागी (मड़ुआ) से बिस्कुट बनाकर जीविकोपार्जन कर रही हैं. बताया कि ‘सरकार आपके द्वार’ के शिविरों में स्टॉल लगाकर उसके फायदे से लोगों को अवगत कराया गया तो लोग काफी आकर्षित हुए. इस बिस्कुट का उपयोग डायबिटीज, गैस्ट्रिक समेत कई बीमारियों में इसका इस्तेमाल फायदेमंद है. इससे किसी तरह का नुकसान नहीं है.
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पलाश मार्ट में भी है उपलब्ध
जेएसएलपीएस के बीपीएम प्रवीण कुमार समेत लोगों ने गिरिडीह डीसी कार्यालय के पास पलाश मार्ट में भी देने को कहा गया है. वहां भी बिस्कुट बेचा जा रहा है. प्रशिक्षण के अभाव में अभी लागत ज्यादा आ रही है. प्रशिक्षण के बाद व्यवसाय को बढ़ाया जा सकता है. इससे बचत कुछ ज्यादा होगी. दर्जनों महिलाओंं को रोज़गार दे पाना संभव होगा. इसके लिए सरकारी सहयोग की जरूरत पड़ेगी.
सरस मेला में मचा चुका है धूम
बीपीएम प्रवीण कुमार ने कहा कि, बिरनी के केंदुआ में बना रागी बिस्कुट रांची में एक सप्ताह पूर्व लगे ग्रामोद्योग सरस मेला में धूम मचा चुका है. लोगों ने बिस्कुट की जमकर तारीफ की है. कहा कि अभी निचले स्तर पर काम चल रहा है. महिलाओं को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षित किया जायेगा और बैंक से लोन दिलाया जायेगा ताकि अधिकाधिक महिलाएं जुड़कर लाभ ले सकें.