अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाया है. दबंगों द्वारा यह अवैध रूप से कालोनियां विकसित की जा रही थी. यह कॉलोनी गोंडा रोड और लोहागढ़ खैर में बनाई गई थी. जिसे शुक्रवार को अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ध्वस्त कर दिया. अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स के निर्देशानुसार शुक्रवार को तीन अवैध रूप से विकसित कालोनियों का ध्वस्तीकरण किया गया है. वाद सं0-221/27(2023-24) में विकासकर्ता सुरजीत व ज्ञानी स्थल गौडा रोड, लोहागढ़ खैर के क्षेत्रफल लगभग चार बीघा में कच्ची सड़क एवं भू-खण्डों की नीव के अवैध कालोनी के विकास कार्य के विरूद्ध पारित ध्वस्तीकरण आदेश किया गया. वाद सं0-205/27(2022-23) में विकासकर्ता रामदेव द्वारा स्थल, लोहागढ़ खैर के क्षेत्रफल 05 बीघा में निर्मित पक्की सड़क व बिजली के खम्भे का अवैध विकास कार्य के विरूद्ध में पारित ध्वस्तीकरण आदेश किया गया . वाद सं0-223/27(2022-23) में विकासकर्ता विनोद कुमार वर्मा स्थल, लोहागढ़ खैर के क्षेत्रफल लगभग 04 बीघा में निर्मित सीसी सड़क का अवैध विकास कार्य के विरूद्ध में पारित ध्वस्तीकरण के क्रम में थाना खैर पुलिस बल व मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में 03 अवैध कालोनी की कच्ची सड़क, भू-खण्डों की नींव, पक्की सड़क, बिजली के खम्भे एवं सीसी सड़क आदि की ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गयी है. ये कालोनियां बिना नक्शे और विकास प्राधिकरम की मंजूरी के बिना बनाई जा रही थी.
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि लगातार अवैध निर्माण व विकास कार्य के विरूद्ध विधिसम्मत कार्यवाहियां जारी रहेगी. इस क्रम में निर्माणकर्ताओं व विकासकर्ताओं को निर्देशित किया जाता है कि अलीगढ़ विकास प्राधिकरण क्षेत्रार्न्तगत भूमि पर विधिवत तलपट मानचित्र स्वीकृत कराकर कालोनी विकसित करें. इसके साथ ही आम जनमानस को भी सूचित किया जाता है की किसी भी अवैध कालोनी में भूखण्डों का क्रय-विक्रय न करें.
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अलीगढ़ में बिल्डर और प्रॉपर्टी डीलर बिना नक्शा और ले आउट के ही कॉलोनी काट रहे हैं हालांकि अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों पर भी मिली भगत का आरोप लगाया गया. वहीं अब विभाग के राजस्व को चपत लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. जेवर एयरपोर्ट के निर्माण के साथ अलीगढ़ में जमीनों के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं और दिल्ली , एनसीआर और जेवर अड्डे के करीब होने के चलते लोग जल्दबाजी में जमीन खरीद रहे हैं. जिसके चलते अवैध कॉलोनी का कारोबार भी बढ़ रहा है. कालोनी पास कराने के लिए एडीए को शुल्क देना पड़ता है.
अवैध कॉलोनी के कारोबार में नोएडा और एनसीआर की निजी कंपनियां भी यहां आकर कॉलोनी काट रही हैं, हालांकि अलीगढ़ विकास प्राधिकरण से कॉलोनी का ले आउट पास करने के लिए तहसील से एनओसी लेना अनिवार्य होता है. लेकिन नियम विरुद्ध काम हो रहा है. वही अलीगढ़ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया कि अवैध कॉलोनी को लेकर विकास प्राधिकरण बेहद सख्त है और अवैध कालोनियों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है.